शहाबगंज में कार्यशाला आयोजित कर बाल विवाह मुक्त, बाल श्रम मुक्त भारत बनाने की दी गई जानकारी

बाल विवाह और बाल श्रम मुक्त भारत के लिए कार्यशाला आयोजित
पूरे जिले को बाल विवाह और बाल श्रम मुक्त बनाने का लक्ष्य
महिलाओं के साथ लैंगिक उत्पीड़न पर चर्चा
चंदौली जिला के शहाबगंज विकासखंड सभागार में बुधवार को जिला बाल संरक्षण इकाई चंदौली और मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में महिलाओं के साथ लैगिंग उत्पीड़न (निवारण प्रतिषेध और परितोष) अधिनियम 2013 और बाल विवाह मुक्त भारत, बाल श्रम मुक्त भारत के संदर्भ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार ने कहा कि किसी भी कार्यस्थल जहां पर महिला कर्मी कार्य कर रही है वहां पर महिलाओं के साथ होने वाले लैगिंग उत्पीड़न को रोकना है। उसके लिए सभी महिला कर्मियों को कम से बेसिक चीजें इस अधिनियम के बारे में जानना चाहिए क्योंकि किसी समय अगर किसी महिला का उत्पीड़न हो रहा हो तो उसका विधिक कार्यवाही के बारे में उन्हें जानकारी हो।

बाल कल्याण समिति के सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में सरकार की मंशा है कि पूरे भारत में बाल विवाह को समाप्त किया जाये। जिसके बाल विवाह मुक्त भारत और बाल श्रम मुक्त भारत के तहत बाल विवाह और बाल श्रम मुक्त पूरे जिले को बनाना है। जिससे कि बच्चों का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक विकास हो सके।
संस्था के सदस्य गणेश प्रसाद विश्वकर्मा ने कहा कि प्रत्येक गांव में ग्राम बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति बनाई गई है। जिसमे समिति के सदस्यों के सहयोग से ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत डायरी पर पीड़ित बच्चों का डाटा संकलित करके उनके संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसके सहयोग से बाल विवाह और बाल श्रम मुक्त विकास खण्ड शहाबगंज को बना सकते हैं।
इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर बिरेंद्र कुमार चौहान ने बताया कि किसी भी प्रकार का बच्चे या महिलाओं के साथ गली रास्ते, कार्यस्थल पर घटना हो रही हैं तो 112 नम्बर पर काल करे प्रशासन उनके सुरक्षा के लिए तत्पर रहेगी। कार्यक्रम का संचालन भैयालाल ने धन्यवाद ज्ञापन देवेन्द्र कुमार के द्वारा किया गया।
इस दौरान कार्यक्रम में आगनवाड़ी कार्यकत्री, विकास खण्ड के कर्मचारी, शशिबाला, गुलाब, चाइल्ड लाइन से सोनी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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