वित्तविहीन माध्यमिक शिक्षकों ने सरकार से मांगा मानदेय, सौंपा 11 सूत्रीय ज्ञापन
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चंदौली जिले के उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने शुक्रवार को बिछियां धरनास्थल पर धरना दिया। इस दौरान 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। साथ ही वित्त विहीन शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों की आर्थिक समस्या को उठाया। कहा कि लाकडाउन व अनलाक में निजी विद्यालयों के बंद होने से उसमें कार्यरत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मियों का हाल बेहाल है। अंत में डीआईओएस डा. विनोद राय को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान वीरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि वित्तविहीन मान्यता की धारा 7क(क) में परिवर्तन, सेवादशा तथा मानदेय/वेतन का निर्धारण 09 मार्च 2019 के समझौते को लागू किया जाए। जिससे आर्थिक तंगी झेल रहे वित्त विहीन शिक्षकों का भला हो सके। पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए। साथ ही एनपीएस की कटौती का अंश जमा कराया जाए। सभी शिक्षकों व कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा मुहैया करायी जाए। अद्यतन कार्यरत तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण किया जाए।
संत सेवक सिंह ने कहा कि सीटी व एलटी विसंगति को समाप्त किया जाए। विषय विशेषज्ञों को उनकी पूर्व की सेवा का लाभ दिया जाए। एलटी प्रोन्नति में स्नातकोत्तर उपाधि की बाध्यता को समाप्त किया जाए। परिवार कल्याण की योजना अंतर्गत प्राप्त हो रहे विशेष प्रोत्साहन भत्ते को बंद करने का आदेश वापस लिया जाए।
इस अवसर पर रामानंद सिंह यादव, श्रीप्रकाश मिश्र, संजीव सिंह, विनोद प्रजापति, अनिल कुमार यादव, प्रेम सिंह त्रिभुवन नारायन सिंह आदि उपस्थित रहे।
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