चंदौली में बने 2.63 लाख व्यक्तिगत शौचालय, उसके बाद भी स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना नहीं हुई साकार
चंदौली जिले में स्वच्छ भारत मिशन के तहत जनपद में वर्ष 2017 से अब तक 263989 लाख जाति का शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है । लेकिन इसके बावजूद भी खुले में शौच की प्रवृत्ति पर रोक नहीं लग पा रही है विडंबना यह है कि शौचालय में भी 25 से 30 फ़ीसदी का ही उपयोग हो रहा है। अधिकांश शौचालय उपयोग में नहीं है वह जिन्हे शौचालय की आवश्यकता है डिमांड के बाद भी धन नहीं मिल पा रहा है । ऐसे में स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना साकार नहीं हो पा रही है।
भारत सरकार की ओर से गांव को खुले में शौच मुक्त करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई थी जिसका उद्देश्य रहा कि मिशन के तहत गांव में व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण कराकर खुले में शौच की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जाए लेकिन चंदौली जिले में ऐसा नहीं हो पा रहा है। अभी भी कई ऐसे गांव हैं जहां के ग्रामीण खुले में शौच कर रहे हैं खासकर गांव की मुख्य सड़कों पर।
आपको बता दें कि चकिया चंदौली मार्ग पर तियरा पंचवनिया प्रतापपुर नौडीहा आदि गांव को देख ले तो गांव में शौचालय का निर्माण तो कराया गया लेकिन सड़कों की गंदगी आज भी जैसी की तैसी पड़ी है।
जिला पंचायत राज विभाग की ओर से स्वच्छता ग्राहीयों की टीम बनाकर गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए पिछले वर्ष में निरंतर जागरूकता अभियान चलाया गया था । लेकिन इतना सब करने के बावजूद भी 25 से 30 फ़ीसदी ग्रामीण ही शौचालय का उपयोग कर रहे हैं।
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