फिर चंदौली में 22 किमी. जमीन होगी अधिग्रहित, बनेगी भारतमाला परियोजना का एक्सप्रेस वे
फिर चंदौली में 22 किमी. जमीन होगी अधिग्रहित
बनेगी भारतमाला परियोजना का एक्सप्रेस वे
चंदौली जिले में एक और हाईवे की सौगात मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने कोलकाता से वाराणसी को वाया रांची से जोड़ने की भारतमाला परियोजना के एक्सप्रेस वे बनाने की तैयारी शुरु कर दी है।
जिले में यह एक्सप्रेस वे 22 किमी लंबा होगा। जो पीडीडीयू नगर तहसील के रेवसां स्थित एनएच से धरौली बिहार बार्डर के बीच से गुजरेगा। इसके लिए जमीन को चिन्हित करके डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। डीपीआर तैयार होने के बाद चिन्हित जमीन का मुआवजा देकर किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। फिरहाल कंपनी की ओर से जमीनों का सर्वे करने का कार्य प्रगति पर है।
बता दें कि भारतमाला परियोजना का एक्सप्रेस वे की लंबाई करीब 575 कीमी है। जिसकी चौड़ाई लगभग सौ मीटर से अधिक होगी। वहीं इसे बनाने का उदेश्य देश की दो, बौद्धिक और कभी आर्थिक राजधानी रहे काशी (वाराणसी) और कोलकाता सीधे तौर पर जोड़ना है। दो महानगरों के बीच वाया रांची से बनने वाली एक्सप्रेस वे की रूपरेखा तैयार की हो चुकी है। भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। हालांकि यह अभी शुरुआती स्टेज में है।
इन गांवों की जमीनों का होगा अधिग्रहण
एक्सप्रेस वे पीडीडीयू नगर के रेवसां, कठौड़ी, बरहुली, हिरामनपुर, लौदा, देबई तथा सदर तहसील के शाहपुर, रेवसां, मद्धुपुर, बहेरा, खुरुहुजा, शिवपुर, अकोढ़ा कला, चनहटा, चुरमुली, सिकंदरपुर, गोरारी, विशुनपुरा, गोवर्धनपुर, जगदीशपुर, नैनपुरा, हरनाथपुर, कांटा, परासी खुर्द, जलालपुर, टीरो, कोल्हई, बेदहा, सवैया महलवार, सवैया पट्टीदारी, धरौली के राजस्व गांव से गुजरेगी। डीपीआर के बाद गजट का प्रकाशन होगा ।
इस सम्बन्ध में सदर एसडीएम अविनाश कुमार ने बताया कि एजेंसी के माध्यम से जमीनों को चिन्हित कराया जा रहा है। इसके बाद डीपीआर तैयार कराया जाएगा। डीपीआर तैयार होने के बाद गजट प्रकाशित करके लोगों से दावा आपत्ति मांगा जाएगा। इसके बाद ही अन्य प्रक्रिया को पूरा कराया जाएगा। हालांकि अभी कार्य शुरुआती स्टेज पर है। जिसे एनएनच के द्वारा ही कराया जाएगा।
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