मोदी सरकार कश्मीर फाइल्स फिल्म के लगा रही पोस्टर, कश्मीरी पंडितों की हो रही हत्या : संतोष कुमार पाठक
आम आदमी पार्टी चंदौली के कार्यकर्ताओं ने कश्मीर में हो रही कश्मीरी पंडितों और गैर कश्मीरियों की हत्या पर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर धरना दिया और "मोदी योगी शर्म करो" , "कश्मीरी पंडितों के हत्या बंद करो", "कश्मीरी पंडितों का पलायन बंद करो" आदि के नारे लगाते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक एडवोकेट ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ आज वही हो रहा है, जो 90 के दशक में उनके साथ हुआ था। उनको घरों, दफ्तरों और सड़कों पर निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें मारा जा रहा है, उनकी हत्याएं की जा रही हैं। यह मानवता और देश के खिलाफ है। इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है । मोदी सरकार व भारतीय जनता पार्टी सिर्फ कश्मीर फाइल्स फिल्म का पोस्टर लगाने में व्यस्त है। जनवरी 2022 से अब तक लगभग 30 कश्मीरी पंडित कश्मीर मे मारे जा चुके हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार बिल्कुल लापरवाह बनी हुई है।
संतोष कुमार पाठक "एडवोकेट" ने कहा कि इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर में एक महीने में कई टारगेट किलिंग के मामले सामने आए हैं। राहुल भट्ट, रियाज अहमद, सैफुल्लाह कादरी, अमरीन भट्ट और शिक्षिका रजनी बाला, बैंक मैनेजर विजय कुमार की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई ।
डॉ. दयाराम ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से कश्मीरी पंडित डरे और सहमे हुए हैं। वो पलायन कर रहे हैं। वहीं प्रवीण चौबे ने कहा कि दहशत के माहौल में रोजी, रोजगार और व्यापार छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं।
राजकुमार यादव ने कहा कि कश्मीर के हालात में सुधार के लिए और वहां कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये जाएं। दीपक सिन्हा ने कहा कि आए दिन कश्मीरी पंडितों की हत्याएं हो रही हैं। आतंकियों के लिए खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किये जाए। जिससे कश्मीरी पंडितों को पलायन न करना पड़े और वो सुरक्षित माहौल में अपने परिवार सहित गुजर-बसर कर सकें ।
जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में ध्रुवेश सिंह (नायब तहसीलदार) ने जाकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन लिया तब जाकर धरना समाप्त हुआ।
इस अवसर पर संतोष कुमार पाठक एडवोकेट, डाक्टर दयाराम, प्रवीण चौबे, राजकुमार यादव, दीपक सिन्हा,मुख्तार राय, साजिद अंसारी, बीरेन्द्र यादव सहित ढेर सारे कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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