सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष ने शहीद सैनिकों को दी श्रद्धांजलि
चंदौली जिले में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर संविधान निर्माता डा० भीमराव अम्बेडकर के तैल्यचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत किया गया।
उपेंद्र फौजी ने पूर्व सैनिकों के साथ शहिद सैनिकों को याद किया व भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपेंद्र फौजी ने कहा कि देश की रक्षा करते हुए कई सैनिक शहीद हुए, लेकिन कारगिल युद्ध में भारत को विजयी बनाने के लिए अनेक सैनिकों ने अपनी जान गवाई।
महासचिव श्याम सुंदर यादव ने कहा की इतिहास के पन्नों पर ये दिन गौरव का दिन हैं। भारतीय सेना के सम्मान का दिन है। इसलिए हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
इस मौके पर देश के शहीदों को याद व नमन किया गया है।इस दिन भारत पाकिस्तान युद्ध में देश की जीत के तौर पर देखा जाता है, हालांकि कारगिल विजय दिवस मनाने का उद्देश्य सैकड़ों शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देना कैप्टन विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए।
उनके जैसे कई वीर सपूतों ने सेना के मिशन को सफल बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। जिसके बाद 26 जुलाई 1999 को भारतीय युद्ध में विजय की घोषणा की।
महासचिव - श्याम सुंदर, विधानसभा -अध्यक्ष राम नरेश पाल ,वरिष्ठ सलाहकार नामवर सिंह ,सूर्यनाथ शर्मा, जिला कार्यकारिणी सदस्य -राम लखन, मुरेंद्र प्रताप ,संतोष कुमार, दीपक कुमार ,अजीत कनौजिया, व सैनिक प्रकोष्ठ की टीम मौजूद रहे
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