बरडीहा के डॉ. धर्मेन्द्र बने असिस्टें प्रोफेसर, रामनगर की प्रसिद्ध रामलीला पर कर चुके हैं शोध
बरहनी इलाके के लाल का कमाल
असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में सेलेक्ट
इलाके के लोगों में खुशी का माहौल
चंदौली जिले के एक होनहार लाल ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश उच्च सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता हासिल करते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर बनने का गौरव हासिल किया है। बरहनी विकासखंड के बरडीहा गांव निवासी डॉ धर्मेंद्र यादव ने यह सफलता हासिल की है। इससे जनपदवासियों और उनके इलाके के लोगों में खुशी का माहौल है।
रामनगर की प्रसिद्ध रामलीला पर शोध करने वाले डॉ धर्मेंद्र यादव मूल रूप से बढ़ाने विकासखंड के बरडीहा गांव के रहने वाले हैं। इनके पिता स्वर्गीय राम सकल सिंह यादव बबुरा इंटर कालेज में प्रवक्ता थे, जबकि उनकी मां एक गृहणी महिला हैं।
धर्मेंद्र यादव की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक स्कूल से हुई। तत्पश्चात उन्होंने प्रगतिशील उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से हाईस्कूल और 12वीं किसान इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की । इसके बाद वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय में चले गए, जहां 2010 में स्नातक 2012 में स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल करने के बाद 2019 में यूजीसी नेट को क्वालीफाई किया। इसके बाद 2022 में उन्होंने बीएचयू से पीएचडी की उपाधि हासिल की।
आपको बता दें कि 2020-21 में इनको अमेरिका के चैपल हिल स्थित नॉर्थ कैरोलिना विश्वविद्यालय में द स्टोरी ऑफ राम इन इंडिया विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान देने का मौका हासिल हुआ था और यह अतिथि प्रवक्ता के रूप में काम कर चुके हैं। वर्तमान समय में डॉ धर्मेंद्र यादव पिछले 4 महीने से सिगरा स्थित एक महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय बीएचयू के प्रोफेसर अर्चना, प्रोफेसर संजय कुमार व राजकुमार को देने के साथ ही साथ अपने घर परिवार के लोगों को दिया है।
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