विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस पर डॉ गौतम की सलाह, बीमार मरीजों को दिए कई सुझाव
नियमित व्यायाम व दिनचर्या में पौष्टिक आहार
मजबूत हड्डियों के लिए अपनाएं यह सुझाव
चंदौली जिले में सूर्या हॉस्पिटल व ट्रॉमा सेंटर द्वारा विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस के अवसर पर जनपद के लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस से लड़ने व बचने का सुझाव दिया गया। साथ ही साथ इस बीमारी को हल्के में न लेने की बात कही गयी। डॉक्टर गौतम त्रिपाठी ने हड्डियों की समस्या को लेकर परेशान लोगों के लिए कई सुझाव भी दिए।
डॉक्टर गौतम त्रिपाठी, एमबीबीएस, एमएस ऑर्थो द्वारा जनपद के वासियों को विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस के अवसर पर सलाह देते हुए कहा गया कि शरीर की संरचना को ठीक बनाए रखने के लिए हड्डियों का स्वस्थ एवं मजबूत रहना सबसे आवश्यक होता है। हड्डी में किसी प्रकार की समस्या होने पर शरीर की गतिविधियां और संरचना दोनों को प्रभावित हो सकती हैं।
डॉक्टर गौतम त्रिपाठी ने कहा कि जरूरी नहीं है कि किसी व्यक्ति की हड्डी चोट लगने या किसी हादसे से ही टूटे। यह भी जानने की आवश्यकता है कि व्यक्ति के छींकने व खांसने से भी शरीर की हड्डियां टूट सकती हैं। ऐसी गंभीर समस्या ऑस्टियोपोरोसिस के कारण होती है। इससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और इससे बचाव के लिए जरूरी है कि नियमित व्यायाम करें और अपनी हड्डी को मजबूत करने का उपाय करें। इसके साथ साथ खानपान को सुधार कर इस प्रकार की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
इस संबंध में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ गौतम त्रिपाठी ने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी पुरुषों और महिलाओं में दोनों में होती है। हड्डियों की संरचना छोटे-छोटे आकार की कोशिकाओं से होती है, जिनके घनत्व में कमी होने के कारण हड्डियां कमजोर व पतली भी होती जाती हैं। इस बीमारी की समस्या से जूझ रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
डॉ गौतम त्रिपाठी ने बताया कि 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को जब रजोनिवृत्ति का समय आता है, तब यह समस्या ज्यादा खतरनाक होती हैं । डॉ गौतम ने विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस पर लोगों को बधाई देने के साथ-साथ इससे बचाव के लिए उपाय बताएं हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस के शुरुआती क्षणों में कोई भी लक्षण या संकेत नजर नहीं आते हैं। परिवार में किस को इस तरह की समस्या हो तो डॉक्टरों की सलाह ले सकते हैं और अपने समस्या का आकलन कर परेशानी को रोकने में मदद मिल सकती है। इसके लिए डॉक्टर गौतम ने बताया कि कुछ उपायों से इस बीमारी से निजात भी मिल सकता है। इसके लिए हड्डियों को मजबूत करने की जरूरत होती है।
डॉ गौतम त्रिपाठी ने बताया कि ऐसे रोगियों के लिए नियमित एक्सरसाइज तथा जीवन शैली में बदलाव की सलाह की जरूरत पड़ती है। ऐसे रोगी को कैल्शियम, विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। साथ ही साथ ऐसे पदार्थ का सेवन करना चाहिए, जो कि कैल्शियम से भरपूर हो। जैसे पनीर, पत्तेदार सब्जियां, बादाम, दूध, टमाटर, अंजीर, संतरा, आंवला, सोयाबीन इन सभी के सेवन से भी बीमारी से निजात मिल सकती है।
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