नीति विरुद्ध स्थानांतरण को लेकर जताया विरोध, पैमाने पर नीति विरुद्ध स्थानांतरण को निरस्त करने की मांग
जिला ट्रांसफर में हेराफेरी का आरोप
नीति विरुद्ध स्थानांतरण को लेकर आक्रोश
चंदौली जिले में स्वास्थ विभाग द्वारा मनमाने तरीके से हुए ट्रांसफर की कार्यवाही में पहले ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को नोटिस जारी की गई है। वहीं इस गड़बड़ी की अब स्वास्थ विभाग में देखने को मिलने लगी है। नीति विरुद्ध स्थानांतरण को लेकर चिकित्सा विभाग में हुए बड़े पैमाने पर स्थानांतरण को कर्मचारियों में असंतोष देखने को मिल रहा है। वहीं अब कर्मचारी इस मनमाने हुए तबादले को निरस्त करने की मांग को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद (उत्तर प्रदेश) के आह्वान पर को कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े स्वास्थ, सिंचाई समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों ने बाह पर काला फीता बांधकर कर कार्य किया।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के उप महामंत्री व प्रभारी पूर्वांचल आनन्द मिश्रा ने कहा कि अनियमित स्थानांतरण के साक्ष्यो सहित जानकारी उपलब्ध कराने के बाद भी कर्मचारियों को कार्यमुक्त करने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं। अधिकारी शासन के स्थानांतरण नीति का पालन नहीं कर रहे हैं।बल्कि मनमानी तरीके से मान्यता प्राप्त संघों के अध्यक्ष, मंत्री,दांपत्य नीति, दिव्यांग, दिव्यांग आश्रित ,दो वर्ष से कम अवधि में सेवानिवृत्त होने वाले, व गंभीर रोगों से ग्रसित कर्मियों का भी स्थानांतरण कर दिया गया। जबकि शासन द्वारा स्थानांतरण नीति में इनको स्थानांतरण से मुक्त रखने का निर्देश जारी किया गया है।
इस संबंध में आनंद मिश्र ने बताया कि, कर्मचारी हित में परिषद का संघर्ष जारी रहेगा। 25 जुलाई को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय पर धरना देकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा जायेगा। बावजूद इसके स्थानांतरण निरस्त नहीं किये गए तो 26 से से 30 जुलाई तक दो घंटे कार्य बहिष्कार किया जाएगा ।
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