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दावे और कागजी कार्रवाई में तेजी देखा रहा है कृषि विभाग, डिमांड व सप्लाई की हकीकत से कोसों दूर

रबी 2022-23 में उर्वरकों की समयानुसार भारी मांग को देखते हुए इसके वितरण पर जिला प्रशासन द्वारा निरन्तर नजर रखी जा रही है।
 

मीटिंग से हटकर इलाकों का दौरा करने की जरूरत

खाद की मांग को लेकर हर साल होती है किचकिच

कोई समाधान का रास्ता निकालने के लिए नहीं करता है पहल

जिलाधिकारी ईशा दुहन के निर्देशानुसार जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि रबी 2022-23 में उर्वरकों की समयानुसार भारी मांग को देखते हुए इसके वितरण पर जिला प्रशासन द्वारा निरन्तर नजर रखी जा रही है। उर्वरकों की बिक्री अथवा भण्डारण की अनियमितता प्रकाश में आने पर असामाजिक तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही के लिए कृषि विभाग को निर्देश प्राप्त हुए हैं। कृषकों को गुणवत्तायुक्त उर्वरक निर्धारित दर पर उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा उर्वरकों पर 90 प्रतिशत् तक अनुदान प्रदत्त कराया जाता है। कृषकों हेतु उपलब्ध कराये गये इन अनुदानित उर्वरकों का असामाजिक तत्वों द्वारा अन्य उपयोगों में अन्तरित करने का प्रयास किया जाता है। इसकी रोकथाम के लिए शासन द्वारा किसानों की खतौनी तथा बोई गयी फसल के अनुसार पी०ओ०एस० मशीन से उर्वरक वितरण अनिवार्य कर दिया गया है।

          उपरोक्त व्यवस्थाओं के ठोस अनुपालन के उद्देश्य से कतिपय उर्वरक विक्रेता तथा अन्य असामाजिक तत्वों के विरूद्ध विगत दिनों आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है तथा उर्वरक नियंत्रण आदेश - 1985 के अन्तर्गत उनका उर्वरक व्यवसाय प्रतिबन्धित तथा उनका उर्वरक प्राधिकार पत्र निरस्त किया गया है। उर्वरक वितरण में अनियमितता प्रकाश में आने पर मे० वैभव किसान सेवा केन्द्र अमड़ा बरहनी के विरूद्ध दिनांक 16.12.2022 को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।

         जनपद में समस्त उर्वरकों विशेषकर यूरिया तथा डी०ए०पी० की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराने के प्रयास किये गये है। साधन सहकारी समितियों के लिए डी०ए०पी० की नई खेप 1-2 दिनों में जनपद में पहुचने वाली है, जिससे रबी बुआई की प्रत्याशा में डी०ए०पी० की प्रतीक्षा कर रहे छोटे किसानो को सहुलियत होगी। किसान भाईयों से अनुरोध है कि उर्वरक क्रय करने हेतु निजी उर्वरक बिक्री केन्द्रों अथवा साधन सहकारी समितियों पर अपने साथ खतौनी अवश्य ले जाये तथा पी०ओ०एस० मशीन पर अंगूठा लगाकर बोई गयी फसल की आवश्यकता के अनुरूप ही उर्वरक क्रय करें।

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