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चंदौली जिले में एचआईवी एड्स का बढ़ रहा है खतरा, 2 साल में 5 की मौत भी

पिछले वर्ष लगभग 8000 लोगों की जांच हुई थी, जिसमें 56 रोगी एचआईवी पाजिटिव मिले थे। इनमें से तीन लोगों की मौत भी हो गई है। इस वर्ष मिले पास लोगों में से भी 2 लोगों की मौत हो चुकी है।
 

11 महीने में मिले 46 मरीज

पिछले साल मिले थे 56 मरीज

दो सालों में 5 लोगों की मौत

 चंदौली जिले में एचआईवी एड्स का खतरा बढ़ता जा रहा है। जनपद में 11 माह में कुल 46 एचआईवी के संक्रमित मरीज मिले हैं। कमलापति जिला चिकित्सालय में जनवरी माह से नवंबर माह तक आई जांच रिपोर्ट में इन आंकड़ों को मिलने के बाद जनपद में इस बीमारी की स्थिति का अंदाजा अपने आप लगाया जा सकता है।

कहा जा रहा है कि पिछले वर्ष लगभग 8000 लोगों की जांच हुई थी, जिसमें 56 रोगी एचआईवी पाजिटिव मिले थे। इनमें से तीन लोगों की मौत भी हो गई है। इस वर्ष मिले पास लोगों में से भी 2 लोगों की मौत हो चुकी है।

 जानकारी के अनुसार जिले में जांच के बाद मरीजों का विधिवत बीएचयू के अस्पताल के साथ-साथ पंडित कमलापति संयुक्त जिला चिकित्सालय में स्थित लिंक या एआरटी सेंटर पर एचआईवी संक्रमित लोगों को महीने बाद दवा दी जाती है और उससे संबंधित जानकारियां और सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं।

 चंदौली जिले के जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर के प्रभारी चंद्रशेखर मजूमदार ने बताया कि यहां पर मरीजों को हर माह सेवाएं व दवाएं दी जाती हैं। अब तक 502 लोगों को एआरटी सेंटर से दवा दी जा रही है।

 चिकित्सकों के अनुसार जनपद में इसका इंफेक्शन बढ़ रहा है। अगर इस तरह की किसी को भी संभावना हो तो उसे तत्काल एचआईवी जांच करानी चाहिए और अगर शुरुआती संक्रमण है तो उसका उपचार कराना जरूरी है। चंदौली जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉक्टर आरके वर्मा ने बताया कि एड्स जैसी गंभीर बीमारी से सावधान रहने की जरूरत है। अगर शरीर में कुछ विशेष लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल की जांच कराना चाहिए।

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