देखिए साहब..सरकारी होमियोपैथिक चिकित्सालय का हाल, डॉक्टर रहते हैं नदारद चपरासी देता है दवाई
लोगों ने फोटो व वीडियो भेजकर डीएम साहिबा को दी जानकारी
आलमखातोपुर के राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय का हाल
कभी कभार आकर लगते हाजिरी लगाते हैं डॉक्टर साहब
चंदौली जिले के धानापुर विकास खण्ड के आलमखातोपुर गांव स्थित राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सहारे चल रहा है। चिकित्सालय में नियुक्त चिकित्सक कभी कभार आकर लगते हाजिरी लगा जाते हैं और अफसरों से सेटिंग करके पूरे महीने की सैलरी उठाया करते हैं।
लोगों की माने तो यहां रहने वाला चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी ही लोगों का उपचार करता है और गांव के लोग उसी को डॉक्टर समझकर दवा लेते हैं। अब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी ईशा दुहन से करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
लोगों का कहना है कि इस तरह की दुर्व्यवस्था से स्वास्थ्य विभाग की बदनामी हो रही है और मोटी तनख्वाह पाने वाले डॉक्टर मनमाने ढ़ंग से नौकरी कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग पर शासन-प्रशासन की विशेष नजर रखते हुए अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। वहीं चिकित्सक अपने आला अफसरों के साथ मिलीभगत करके मनमाने तरीके से ड्यूटी बजाते हैं।
वैसे तो चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए समय समय पर अस्पतालों का निरीक्षण भी कराया जा रहा है, लेकिन होमियोपैथिक अस्पतालों पर इसके सकारात्मक प्रभाव नहीं दिख रहे हैं।
ग्रामीणों ने डीएम को वाट्सएप पर मैसेज भेजकर दुर्व्यवस्था से अवगत कराया। बताया कि क्षेत्र में एकलौता सरकारी होमियोपैथी चिकित्सालय है जहाँ पर हर रोज तीन चार सौ मरीज लगभग 20 गाँवों से आते हैं। पिछले तीन सालों से यहां दुर्व्यवस्थाओं के कारण मरीजों को दर दर भटकना पड़ता है। चिकित्सक के नहीं,रहने से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दवा-उपचार करता है। यदि कोई गंभीर मरीज पहुंच गया तो काफी दिक्कत होती है। उसे सलाह देकर प्राइवेट चिकित्सको के यहां जाने के लिए कह दिया जाता है।
मरीजों ने बताया कि यह कोई एक दिन का मामला नहीं है। बल्कि काफी दिनों से अस्पताल की व्यवस्था इसी तरह से चल रही है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से उचित कार्रवाई की मांग की है।
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