जर्जर तारों और बिजली की आंख मिचौली से परेशान है ग्रामीण
ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे के बजाए 4 से 5 घंटे बिजली मिल रही
बिजली की अंधाधुंध कटौती से ग्रामीण इलाकों में हड़कंप मचा
इस भीषण गर्मी में हो रही बिजली की अंधाधुंध कटौती से ग्रामीण इलाकों में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे के बजाए 4 से 5 घंटे बिजली मिल रही है, जिसमें लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। इस तरह की परेशानी से ग्रामीणों का बुरा हाल हो रहा है।
वहीं, देखा जाए तो शहरी क्षेत्र में भी बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। दिन में किसी भी समय खासकर और दोपहर व शाम को बिजली गुल हो जा रही है, जिससे शहरी कस्बों में पानी की किल्लत भी काफी हो रही है। बिजली कटौती की ज्यादा दिक्कत लोकल फाल्ट के कारण आ रही है। इस भीषण गर्मी में बिजली के खराब होने से लोगों को काफी बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
चंदौली जिले में जिला मुख्यालय से होकर बबुरी फीडर को जाने वाली 11,000 वोल्टेज के तार से लगभग 25 से भी ज्यादा गांवों को सप्लाई की जाती है। यह तार अक्सर बार बार टूटता रहता है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। बड़ी दुर्घटना को दावत देने का काम कर रहा है। नेताओं और अधिकारियों को सुध नहीं आ रही है। बताते चलें कि चंदौली जिला मुख्यालय पावर हाउस से बबुरी फीडर को जाने वाली 11000 वोल्टेज की तार आए दिन टूट रहा है।
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि उक्त तार को बदलने के लिए दो बार शासन के द्वारा पैसा भी पास हुआ था, परंतु अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत से सारे पैसे को हजम कर लिया गया और आज तक इस तार को बदला नहीं गया है। तार लगभग 60-70 वर्ष के पुराने व जर्जर हो चुके हैं। इस बिजली के तारों के बार-बार टूटने की वजह से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना किसानों के साथ हो सकती है।
इस संबंध में किसानों का कहना है कि हम लोगों ने कई बार विभाग को भी इसकी सूचना दी पर विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। बिजली विभाग के कर्मचारी आते हैं और तार को जोड़ कर चले जाते हैं। वह जैसे ही तार को जोड़कर जाते हैं फिर से तार टूट जाता है। इस बिजली की समस्या के कारण इधर आसपास के लगभग 25 से ज्यादा गांव की सप्लाई बाधित हो रही है।
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