चंदौली में बैकफुट पर भाजपा, सिटिंग विधायकों का इसलिए नहीं पक्का नहीं माना जा रहा टिकट- सुधाकर कुशवाहा
भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेता चुनाव प्रचार के दौरान 300 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन वह अपने सिटिंग विधायक तक का भी टिकट पक्का नहीं कर रहे हैं। ऐसे में यह संदेश साफ है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने विधायकों की जीत को लेकर सशंकित हैं।
सपा के नेता सुधाकर कुशवाहा का बयान- इसीलिए लटका है चंदौली के भाजपा के विधायकों का टिकट
समाजवादी पार्टी के नेता और सैयदराजा विधानसभा से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव सुधाकर कुशवाहा ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और आलाकमान पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि एक ओर भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेता चुनाव प्रचार के दौरान 300 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन वह अपने सिटिंग विधायक तक का भी टिकट पक्का नहीं कर रहे हैं। ऐसे में यह संदेश साफ है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने विधायकों की जीत को लेकर सशंकित हैं।
सुधाकर कुशवाहा ने कहा कि भाजपा केवल जानबूझकर वह अंतिम समय में टिकटों का वितरण कर रही हैं ताकि विधायकों को पाला बदलने का मौका न मिले। लखनऊ में टिकट कटने के बाद से चंदौली जिले में ऐसे संकेत मिलने लगे हैं।
सुधाकर कुशवाहा ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने चंदौली जिले में अपने सिटिंग विधायक का टिकट कंफर्म कर दिया है और सकलडीहा विधानसभा सीट से निवर्तमान विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव को टिकट भी जारी कर दिया, लेकिन चंदौली जिले के भारतीय जनता पार्टी के 3 विधायकों का टिकट अभी तक जारी नहीं किया गया है। ऐसे में यह संकेत साफ है कि एक या दो विधायकों का टिकट खतरे में है। या तो पार्टी को इन पर भरोसा नहीं है।
सुधाकर कुशवाहा ने कहा कि जिस तरह से पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ चुनाव लड़ रही हैं, उससे भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता बैकफुट पर हैं। कुछ ऐसा ही असर चंदौली जिले में दिख रहा है। भारतीय जनता पार्टी के सिटिंग विधायकों का टिकट न जारी करना इसी बात का संकेत है।
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