तैनाती करके नहीं दी गयी स्वच्छताग्राहियों को फूटी कौड़ी, जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन
स्वच्छताग्राहियों का कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन
जिलाधिकारी ने सबको दिया आश्वासन
कार्रवाई न हुयी तो आंदोलन की तैयारी
चंदौली जिले के अंदर विभागों के लिए तमाम तरह की तैनाती तो कर ली जाती है, लेकिन समय से मानदेय या वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है। जिले के अंदर तैनाती के पांच साल बाद भी जिले के स्वच्छताग्राहियों को फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई है। इससे नाराज स्वच्छताग्राहियों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया था। साथ ही जिलाधिकारी संजीव सिंह से मुलाकात कर अपनी व्यथा सुनाई। डीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि दो दिनों के अंदर संबंधित विभाग से आख्या लेकर उनके हक में निर्णय लिया जाएगा।
जिले में स्वच्छता अभियान के तहत सभी ग्राम सभाओं में स्वच्छताग्राहियों की तैनाती की गई है। पंचायती राज विभाग द्वारा इन्हें निर्धारित मानदेय देने का भी आश्वासन दिया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्वच्छताग्राहियों ने आरोप लगाया कि पंचायती राज विभाग उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है, जबकि शासन की ओर से नियोजन, समायोजन और मानदेय भुगतान के लिए आदेश जारी हो चुका है। इसके बाद भी जिले के कुछ अफसर चंद स्वच्छताग्राहियों को आधा-अधूरा मानदेय देकर अपने जिम्मेदारियों की इतिश्री कर ले रहे हैं।
सभी ने कहा कि जिले को ओडीएफ कराने में स्वच्छताग्राहियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। स्वच्छताग्राहियों ने ग्रामीणों को शौचालय के प्रयोग और खुले में शौच नहीं करने के लिए जागरूक किया था। जिलाधिकारी की ओर से दो दिनों के अंदर जांच कराकर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया गया है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो स्वच्छताग्राही जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन अनशन करने को बाध्य होंगे।
बताया जा रहा है कि प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष जयकृष्ण कुमार, राम सेवक, आनंद कुमार, माला, तारा, संजय, विजयपाल यादव, मंसा, बेबी, राधेश्याम, प्रवीण त्रिपाठी, रंजीत त्यागी, राकेश चौबे, रामचंद्र, सुजीत, शैलेश, कुलदीप गौतम, प्रदीप रहे।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*