बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ हस्ताक्षर योजना के तहत कार्यक्रम
बेटी है तो कल है.. बेटी है तो भविष्य है
नरसिंहपुर के विद्यालय में कार्यक्रम आयोजित
शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मिलेगी मदद
चंदौली जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ हस्ताक्षर योजना अंतर्गत नरसिंहपुर के एक निजी विद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि माननीय अपर जिला जज ज्ञान प्रकाश शुक्ला रहे।
इस मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा कि हमें अपनी बेटियों पर बेटों की तरह ही गर्व होना चाहिए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरूआत प्रधानमंत्री ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत जिले में की थी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से पूरे जीवन-काल में शिशु लिंग अनुपात में कमी को रोकने में मदद मिलती है और महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान होता है। यह योजना तीन मंत्रालयों द्वारा कार्यान्वित की जा रही है अर्थात् महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन मंत्रालय।
इस मौके पर जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रभात कुमार, महिला कल्याण अधिकारी दीक्षा अग्रहरि ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरूआत के बाद से लगभग सभी राज्यों में मल्टी-सेक्टोरल डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान चलाए जा रहे हैं। जिला स्तर के कर्मचारियों तथा फ्रंटलाइन वर्कर्स की क्षमता को और बढ़ाने के लिए प्रशिक्षकों के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बाल संरक्षण अधिकारी किशन वर्मा ने कहा कि इस योजना के तहत मुख्य रूप से लड़के एवं लड़कियों के लिंग अनुपात में ध्यान केन्द्रित किया गया है, ताकि महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव और सेक्स डेटरमिनेशन टेस्ट को रोका जा सके। इस मौके पर खुशी उड़ान संस्था की संस्थापिका सारिका दुबे, महासचिव देव जयसवाल , उपस्थित रहे।
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