भूख हड़ताल पर बैठे शामू चौहान के बाद मीरा देवी की भी हालत बिगड़ी, धरने पर बैठे मणि देव चतुर्वेदी
चंदौली जिले के गोरारी गांव के लोगों की भूख हड़ताल
19 अप्रैल से चल रही है भूख हड़ताल
पूर्व सैनिक मणि देव चतुर्वेदी ने आज से शुरू की हड़ताल
चंदौली जिले के गोरारी गांव के ग्रामीण 16 जनवरी से परेशान है। 190 घरों के 1200 लोगों की समस्या को सुलझाने के लिए प्रशासन के लोग केवल कोरा आश्वासन दे रहे हैं। गांव की बंद किये गए गली को खोलने, आने जाने के लिए मार्ग को बनाने और पानी निकलने की समुचित व्यवस्था कब तक और कैसे होगी..ये बात नहीं बता पा रहे हैं। गोरारी गांव के लोग शरणार्थी का जीवन जीने को मजबूर हैं। प्रशासन से इस मांग को लेकर पीड़ित लगातार बिछियां धरने स्थल पर बैठे हुए हैं। कई लोगों की हालत बिगड़ने के बाद भी प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। इसीलिए पूर्व सैनिक मणि देव चतुर्वेदी ने खुद आंदोलन करने का फैसला किया है।
इस कड़ी में 19 अप्रैल से क्रमशः शामू चौहान, खिचड़ू चौहान, छबिनाथ चौहान, मीरा देवी भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। 4 दिन पहले शामू चौहान की हालत गंभीर हो गयी थी, उनको हास्पिटलाइज करना पड़ा। आज मीरा देवी की हालत बिगड़ गयी है, जिसके बाद डॉक्टरों ने आनन-फानन में एम्बुलेंस में लेकर जिला हॉस्पिटल में भर्ती किया है। उनको पानी चढ़ाया जा रहा है। शामू चौहान भी अभी तक हॉस्पिटल में ही हैं।
गोरारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष और भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल प्रवक्ता मणि देव चतुर्वेदी ने कहा कि प्रशासन की असंवेदनशीलता से लोगों की हालत बिगड़ती जा रही है। दो-दो लोग हास्पिटलाइज हो चुके हैं। पर प्रशासन के माथे पर कोई शिकन नहीं है। मंडल प्रवक्ता ने एलान किया कि अब किसी और को हास्पीटलाइज की नौबत नहीं आने दी जाएगी, अब वह खुद आज से मरते दम तक या समस्या का समाधान नहीं होने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
इसके बीच बातचीत का रास्ता भी खुला रहेगा। अगर प्रशासन की तरफ से समस्या के समाधान की डेड लाइन लिखित में दी जाती है, तो गोरारी संघर्ष मोर्चा बातचीत करके अनशन खत्म करने पर विचार करेगा। अब प्रशासन और पीड़ितों के बीच लड़ाई आर-पार की होगी। धरना स्थल पर बीकेयू टिकैत के सदर अध्यक्ष कन्हैया, ब्लाक अध्यक्ष प्रभाकर मौर्या, कोषाध्यक्ष खिचडू चौहान, प्रचार मंत्री ओमबीर सिंह, सुशीला देवी, लक्षिमन चौहान, शशिकांत चौहान आदि आदि उपस्थित रहे।
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