नेगुरा हत्याकांड के पीड़ितों से मिले BSP नेता, सरकार पर लगाया संरक्षण का आरोप, बच्चों के पढ़ाई का उठाया जिम्मा,परिवार के 1 सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग

चंदौली जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र नेगुरा गांव मामूली विवाद में हुए हत्याकांड के बाद बुधवार को बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल मृतक बादशाह खान के परिजनों से मिला और शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए सरकार से मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की सरकार से मांग की है।

बताते चलें कि बसपा जिलाध्यक्ष घनश्याम प्रधान ने कहा कि चंदौली में एक महीने में तीन हत्याएं हो चुकी हैं और सभी मामलों में पीड़ित पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो बसपा सड़क पर उतरकर संघर्ष करेगी।
इस मौके पर पूर्व विधानसभा प्रत्याशी अमित यादव ‘लाला’ ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए पूछा, "चंदौली में बाबा का बुलडोजर कब चलेगा?" उन्होंने पुलिस प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाया और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग दोहराई।
चकिया से पूर्व प्रत्याशी विकास आज़ाद ने मृतक बादशाह खान के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिससे अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
इस मौके पर तिलकधारी बिंद, संतोष भारती, छोटू भारती, होरीलाल, राजन खान, मुन्ना यादव, राजेन्द्र प्रजापति, राजेश कुमार, सुजीत कुमार सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*