जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

चकिया ग्राम सभा में धूमधाम से मनाई गई बुद्ध पूर्णिमा, श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में खीर वितरित

उपस्थित श्रद्धालुओं ने उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर अपने भाव प्रकट किए और मानवता के इस महान उपदेशक को नमन किया। माहौल भक्तिभाव और शांति से भर गया।
 

गांव के विशिष्ट लोग और ग्राम प्रधान रहे मौजूद

भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और जीवन पर हुआ विस्तार से विचार

चंदौली जिले के चकिया ग्राम सभा में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर गांव के अनेक विशिष्ट जन, ग्रामीण नागरिक, महिलाएं, युवा और ग्राम प्रधान देवेंद्र प्रताप सिंह की गरिमामयी उपस्थिति रही।

बुद्ध वंदना और पुष्पांजलि से आरंभ हुआ कार्यक्रम:

इस कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन और बुद्ध वंदना के साथ हुई। उपस्थित श्रद्धालुओं ने उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर अपने भाव प्रकट किए और मानवता के इस महान उपदेशक को नमन किया। माहौल भक्तिभाव और शांति से भर गया।

Buddha Purnima

भगवान बुद्ध की जीवनी पर विस्तार से चर्चा

इस अवसर पर वक्ताओं ने भगवान बुद्ध की जीवन यात्रा और शिक्षाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे सिद्धार्थ गौतम ने राजसी जीवन का त्याग कर सत्य की खोज में संन्यास लिया और बोधगया में ध्यानस्थ होकर ज्ञान प्राप्त किया।

भगवान बुद्ध के 'चार आर्य सत्य', अष्टांग मार्ग', 'मध्यम मार्ग', 'अहिंसा' और 'करुणा' जैसे सिद्धांतों को आज के सामाजिक जीवन में उतारने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।

Buddha Purnima

खीर प्रसाद का आयोजन
कार्यक्रम के अंत में बुद्ध परंपरा के अनुसार श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में खीर वितरित की गई। मान्यता है कि ज्ञान प्राप्ति से पूर्व भगवान बुद्ध को सुजाता नामक महिला ने खीर का ही भोग अर्पित किया था, इसलिए यह परंपरा आज भी बुद्ध पूर्णिमा पर निभाई जाती है। गांव के लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर शांति और सद्भाव की भावना के साथ पर्व को सार्थक बनाया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बढ़ाया उत्सव का रंग
बच्चों द्वारा प्रस्तुत लघु नाटिका, बुद्ध भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने आयोजन को जीवंत बना दिया। ग्रामीणों ने भी सक्रिय भागीदारी की और आयोजन स्थल को रंग-बिरंगे झंडों, पुष्पों और रोशनी से सजाया गया था।

Buddha Purnima

गांव के लिए बनी प्रेरणा
यह आयोजन न केवल एक धार्मिक उत्सव रहा, बल्कि गांव के युवाओं और बच्चों के लिए नैतिक मूल्यों और शांति के संदेश को आत्मसात करने का अवसर भी बना।

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और शांति प्रार्थना के साथ किया गया।

इस मौके पर मोती लाल मौर्य, बचाऊं मौर्य, अनिल मौर्य, राजकुमार, सुजीत, अरुण कुमार मौर्य, रामअवध, राजेश मौर्य, प्रवीण मौर्य, संजय मौर्य, आदि लोग मौजूद रहे।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*