चंदौली में समय पहले चालू होंगी नहरें, ऐसा है अनुमान
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चंदौली जिले में मानसून के अलावा ठंड के मौसम में हुई बरसात से चंद्रप्रभा प्रखंड के बांधों में अच्छा-खासा पानी अब भी मौजूद है। इससे न केवल धान की नर्सरी को पानी दिया जा सकता है, बल्कि धान की रोपाई भी संभव है। इस स्थिति को देखते हुए चीफ सोन के यहाँ हुई सिंचाई अधिकारियों की बैठक में चंद्रप्रभा प्रखंड की नहरों को निर्धारित समय के पहले खोले जाने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।
बताया जा रहा है कि अब यह प्रस्ताव जिला प्रशासन को प्रेषित कर दिया गया है और वहां से हरी झंडी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
चंद्रप्रभा प्रखंड के बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में पिछले मानसून सत्र में सर्वाधिक 690 मिमी बरसात रिकार्ड की गई थी। इसके कारण गेहूं के खेती के दौरान बांधों से बहुत कम पानी दिया गया था। इस स्थिति के चलते चंद्रप्रभा प्रखंड के कर्मनाशा सिस्टम के बांधों में अब भी 50 दिन का पानी उपलब्ध है। चंद्रप्रभा सिस्टम के एक मात्र बांध चंद्रप्रभा में 20 दिन का पानी सुरक्षित है। इस पानी से धान की नर्सरी के साथ ही धान की रोपाई तक की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है।
सिंचाई विभाग के पुराने रोस्टर के अनुसार चंद्रप्रभा प्रखंड की नहरों का संचालन 22 जून के बाद ही करने की परिपाटी रही है। बांधों में पर्याप्त पानी उपलब्ध होने के कारण इस वर्ष नहरों का संचालन जून माह के प्रथम सप्ताह में ही आरंभ किए जाने की संभावना है। वैसे भी जिलास्तरीय किसान बंधु की बैठक में बांधों में पानी की मौजूदगी देखते हुए किसानो ने भी नहरे पहले चलाने की मांग रखी थी। अब चंद्रप्रभा प्रखंड के प्रस्ताव को देखते हुए नहरों का संचालन जून माह के प्रथम सप्ताह में होने की पूरी संभावनाए व्यक्त की जा रही है।
बांधों पर आधारित किसानों के संगठन किसान विकास मंच के नेता जैराम सिंह, भारतीय किसान यूनियन के नेता विरेन्द्र पाल, अखिल भारतीय किसान सभा के नेता लालचंद, पूर्वाचंल किसान सभा के शिवनारायण बिंद तथा किसान मजदूर मंच के नेता अजय राय ने पानी की उपलब्धता देखते हुए नहरो का संचालन शीघ्र करने की मांग की है।
चंद्रप्रभा प्रखंड के एक्सईएन सुरेशचंद्र आजाद ने कहा कि बांधों में पानी की उपलब्धता को देखते हुए नहरों का संचालन समय के पूर्व करने का प्रस्ताव दिया गया है।
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