गौ आश्रय स्थलों पर पौधारोपण व हरे चारे की मनरेगा के जरिए होगी व्यवस्था, CDO साहब का फरमान
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चंदौली मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 अभय कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने हेतु संचालित गौ आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से बैठक का आयोजन किया गया।
सीडीओ ने मुख्य पुशचिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वृहद गो संरक्षण केन्द्र एवं अस्थायी गोवंश आश्रय स्थलों पर उपलब्ध भूमि के अनुसार छायादार वृक्ष जैसे- पाकड , खिरनी , पीपल , बरगद , मौल श्री जामुन आदि के वृक्षों को आवश्यकतानुसार लगाये जायें, जिससे संरक्षित पशुओं को गर्मियों में पर्याप्त मात्रा में छाया मिल सके।
जनपद के जिन गोवंश आश्रय स्थलों पर पर्याप्त भूमि उपलब्ध है वहां पर विभिन्न प्रजाति की घास भी मनरेगा से लगाई जाए, जिससे गोवंश आश्रय स्थलों पर संरक्षित पशुओं को वर्ष भर हरे चारे की उपलब्धता बनी रहे। साथ ही गायों के चारे के लिए पर्याप्त भूसे की व्यवस्था कर ली जाए। साथ ही ठंड के मौसम को देखते हुए खंड विकास अधिकारियों को त्रिपाल/पर्दा लगवाने के निर्देश को दिए।
तारापुर में बाउंड्री वाल कार्य में अवरोध पैदा होने पर जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान से सही जानकारी लेकर समस्या का समाधान किया जाए। साथ ही सभी अधिकारियों को पराली (फसल अपशिष्ट) जलाने से होने वाली क्षति के प्रति किसानों को जागरूक करें। पराली को लेकर पहले ही शासन स्तर से गाइडलाइन जारी की जा चुकी है। किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान और नहीं जलाने से होने वाले फायदे के बारे में अभियान चलाकर बताया जाए।
सरकार ऐसे कृषि यंत्रों पर अनुदान भी दे रही है। कई जगह किसानों ने इन कृषि यंत्रों के जरिए पराली को कमाई का जरिया बनाया है। बाकी किसान भी इनसे सीख ले सकते हैं। बैठक के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक, जिला विद्यालय निरीक्षक, डीसी मनरेगा, डीसी एनआरएलएम, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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