जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

थोड़ी सी सूझबूझ व दिलेरी से एंबुलेंसकर्मियों ने करा दी रास्ते में ही डिलीवरी, मां-बच्चा दोनों सुरक्षित

एंबुलेंस खड़ा कर दिया और एंबुलेंस कर्मियों ने उसी स्थान का मोर्चा संभालते हुए स्थिति को भांपकर उन्होंने वहीं महिला का सुरक्षित प्रसव कराया,  जिसमें जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
 
एंबुलेंसकर्मियों के इस काम की हो रही है तारीफ, ऐसे की गर्भवती महिला की मदद..मां-बच्चा दोनों सुरक्षित

चंदौली जिले में एंबुलेंस कर्मियों द्वारा सुरक्षित प्रसव कराने व जच्चा बच्चा को सुरक्षित जिला अस्पताल में भर्ती कराने की चर्चाएं जिले में जोर-शोर से चल रही है,  जिसमें एंबुलेंसकर्मी व एंबुलेंस पायलट की सूझबूझ की तारीफ़ लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।

  बताते चलें कि चंदौली जिले के सदर ब्लाक स्थित टीरो गांव निवासी काजू ने शुक्रवार को 108 पर फोन किया और बताया कि हमें 108 की सुविधा चाहिए, क्योंकि मेरी पत्नी उर्मिला गर्भवती हैं और उनके पेट में दर्द हो रहा है। पति के सूचना के बाद 108 की एंबुलेंस कुछ ही देर में घर पहुंच गई और पति पत्नी को लेकर एंबुलेंस कर्मी जैसे ही जिला अस्पताल की ओर जा रहे थे तभी अचानक रास्ते में ही उर्मिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई ।

Chandauli Ambulance Delivery

इस पर एंबुलेंस चालक संदीप यादव ने एंबुलेंस खड़ा कर दिया और एंबुलेंस कर्मियों ने उसी स्थान का मोर्चा संभालते हुए स्थिति को भांपकर उन्होंने वहीं महिला का सुरक्षित प्रसव कराया,  जिसमें जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। वहीं इसके बाद एंबुलेंस कर्मियों ने एंबुलेंस के माध्यम से जच्चा और बच्चा को जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया, जिस पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उनके द्वारा ऐसे कदम उठाए जाने की तारीफ करते हुए उन्हें शाबाशी भी दी।

   इस दौरान स्वास्थ्य कर्मी संदीप कुमार ने बताया कि हमें  ऐसी परिस्थितियों में क्या कार्य करना चाहिए। इसका प्रशिक्षण विभाग द्वारा मिला है।  जिसके आधार पर हम हर परिस्थिति में मरीजों को संभालने का काम करते हैं । उसी का यह उदाहरण है।  इसके पूर्व में भी बहुत से ऐसे कार्य हम लोगों द्वारा किया गया है । जिसके लिए हमारे एंबुलेंस में कई प्रकार के उपकरण, फर्स्ट एड बॉक्स और जरूरी दवाएं हमेशा मौजूद रहती हैं।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*