Chandauli Weather Update: चंदौली में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का कहर, थम गई रफ्तार, रेंग रहे वाहन और ट्रेनें
चंदौली में शून्य विजिबिलिटी का संकट
डीडीयू जंक्शन पर ट्रेनों की लेटलतीफी
ठंड से बचाव के लिए कंबल वितरण
बीएचयू मौसम विभाग की भारी चेतावनी
चंदौली में घने कोहरे का कहर और यातायात पर असर उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन को पूरी तरह से बेहाल कर दिया है। जमीन से लेकर आसमान तक कोहरे की ऐसी मोटी चादर छाई है कि सुबह 9:30 बजे तक दृश्यता यानी विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम दर्ज की जा रही है। इसका सीधा असर सड़क यातायात पर देखने को मिल रहा है, जहाँ वाहन चालक दिन के उजाले में भी हेडलाइट जलाकर रेंगने को मजबूर हैं।
कहा जा रहा है कि पछुआ हवाओं के साथ आ रही हाड़ कंपाने वाली गलन ने लोगों को घरों के भीतर कैद रहने के लिए मजबूर कर दिया है। पिछले तीन दिनों से सूर्य देव के दर्शन न होने के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे जनजीवन की रफ्तार मानो ठहर गई है।
रेलवे और शिक्षण संस्थानों पर असर
घने कोहरे का सबसे व्यापक असर रेल यातायात पर पड़ा है। चंदौली स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (DDU) से गुजरने वाली अधिकांश गाड़ियाँ अपने निर्धारित समय से घंटों विलंब से चल रही हैं। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्रियों को कड़कड़ाती ठंड में प्लेटफार्मों पर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। शिक्षा विभाग की बात करें तो शासन के निर्देशानुसार इंटरमीडिएट तक के स्कूलों को बंद रखा गया है, जिससे स्कूली बच्चों को इस भीषण शीतलहर से काफी हद तक राहत मिली है। हालांकि, कोहरे और गलन की वजह से दैनिक मजदूरों और नौकरीपेशा लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसी है मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले एक हफ्ते तक भीषण ठंड और घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। बीएचयू (BHU) के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वातावरण में नमी की अधिकता के कारण प्रदूषक तत्व सतह के करीब आ गए हैं, जिससे दिन के समय भी गहरी धुंध छाई रहती है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह परिस्थितियाँ आगामी एक सप्ताह तक बनी रह सकती हैं, जिससे शीतलहर का प्रकोप और अधिक बढ़ने की संभावना है।
चंदौली में पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो सामान्य से काफी नीचे है।
प्रशासनिक मुस्तैदी: अलाव और रैन बसेरों का इंतजाम
शीतलहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चंदौली जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जनपद के चिन्हित 100 प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं ताकि राहगीरों और जरूरतमंदों को राहत मिल सके। इसके अतिरिक्त, जिले में 8 रैन बसेरे सक्रिय कर दिए गए हैं, जहाँ लगभग 150 लोगों के रुकने की उत्तम व्यवस्था की गई है। एडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो अलाव के स्थानों और रैन बसेरों की संख्या में और बढ़ोतरी की जाएगी। प्रशासन का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जिले में ठंड की वजह से किसी भी व्यक्ति की जान न जाए।
कंबल वितरण और भविष्य की योजनाएं
जिला प्रशासन द्वारा केवल रहने और अलाव की ही नहीं, बल्कि वस्त्रों की भी व्यवस्था की जा रही है। अपर जिलाधिकारी के अनुसार, विभिन्न तहसीलों के माध्यम से जरूरतमंदों और असहाय लोगों के बीच कंबल वितरण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। राजस्व विभाग की टीमें लगातार क्षेत्रों का भ्रमण कर रही हैं ताकि कोई भी व्यक्ति बिना छत या गर्म कपड़ों के न रहे। एडीएम राजेश कुमार ने जनता को भरोसा दिलाया है कि प्रशासन इस प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सजग है और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी।
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