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जिले में धान खरीद में आ रही है तेजी, किसानों की समस्याओं का टोल फ्री नंबर से होगा समाधान

चंदौली जनपद धान का कटोरा कहा जाता है और यहां धान की उपज अधिक होती है। उस उपज को बेचने के लिए किसान मारे मारे फिरते हैं, जिसको लेकर  डिप्टी आरएमओ चंदौली अनुपम निगम ने 112 केंद्रों पर धान खरीद प्रारंभ करवा दी है।
 

डिप्टी आरएमओ चंदौली अनुपम निगम का दावा

किसी किसान को नहीं होगी परेशानी

पूरी प्रक्रिया की स्वयं कर रहे हैं मॉनिटरिंग 

 चंदौली जनपद धान का कटोरा कहा जाता है और यहां धान की उपज अधिक होती है। उस उपज को बेचने के लिए किसान मारे मारे फिरते हैं, जिसको लेकर  डिप्टी आरएमओ चंदौली अनुपम निगम ने 112 केंद्रों पर धान खरीद प्रारंभ करवा दी है। किसानों को होने वाली समस्याओं को लेकर उन्होंने टोल फ्री नंबर जारी किया है। इसके साथ ही साथ पूरी प्रक्रिया की स्वयं मॉनिटरिंग करने की बात कह रहे हैं। 

 आपको बता दें कि चंदौली जनपद को धान का कटोरा कहा जाता है और यहां धान की फसल भारी मात्रा में होती है। इस फसल को सरकारी क्रय केन्द्रों पर बेचने के लिए किसानों में  मारामारी होती रहती है, जिसको लेकर जनपद में 112 क्रय केंद्र खोले गए हैं । जिले के 112 खरीद केंद्रों पर धान की खरीद प्रारंभ हो गई है। 

अधिकारियों का कहना है कि यहां धान की फसल लेट होती है। इसलिए दिसंबर महीने की शुरुआत में धान बेचने के लिए किसानों का हुजूम क्रय केंद्रों पर जुटता है। उसी भीड़ का फायदा लेकर क्रय केंद्र प्रभारी भी उसका दुरुपयोग करते हैं। साथ ही कुछ बिचौलिये भी एक्टिव हो जाते हैं।

जनपद में किसानों के धान की खरीद सकुशल संपन्न हो जाए इसके लिए डिप्टी आरएमओ अनुपम निगम ने बताया कि जनपद में कुल इस वर्ष 235 मिट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कामन धान का रेट 2300 रुपया है, जबकि ब्रीडर का 2320 रुपए निर्धारित किया गया है। इसके लिए भारतीय खाद्य निगम, खाद्य विभाग, मंडी, सहकारिता विभाग, पीसीएफ, पीसीयू सहित अन्य एजेंसियों के केंद्र खोले गए हैं। इन एजेंसियों पर क्रय केंद्र प्रभारी तैनात कर दिए गए हैं। साथ में बोरे, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, धान की सफाई के लिए डस्टर मशीन साथ सहित सभी व्यवस्थाएं परिपूर्ण कर दी गई हैं। 

अगर किसान भाइयों को धान बेचने में किसी भी समस्या का सामना करना पड़ता है तो उसके लिए बैनर पर टोल फ्री नंबर है। कंट्रोल रूम भी बने हैं। या  हमारे नंबर पर भी सीधे संपर्क किया जा सकता है। उनके धान को बेचने में किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। चंदौली जनपद में एक नवंबर से ही धन खरीद के लिए सभी तरह की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, लेकिन जनपद में देर से धान की फसल तैयार होती है। इसलिए अब धान का खरीद शुरू हुयी है और दिसंबर महीने में जोर पकड़ेगी। कुछ जगह छिटपुट खरीद प्रारंभ हो गई है।

 

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