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अब नौकरी की जरूरत नहीं, सरकारी पैसे से खुद का बिज़नेस करें शुरू, बिना ब्याज के 5 लाख दे रही है सरकार

चंदौली जिले में बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना का प्रचार-प्रसार तेज़ी से किया जा रहा है।
 

बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल

स्वरोजगार से जोड़ने का है सरकार का उद्देश्य

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना का उठा सकते हैं लाभ

चंदौली जिले में बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना का प्रचार-प्रसार तेज़ी से किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को धानापुर स्थित जिला व्यापार मंडल कार्यालय में एक जागरूकता बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता समाजसेवी सतीश सेठ आका ने की। बैठक में जिला उद्योग विभाग की ओर से संदीप पांडेय उपस्थित रहे। इस दौरान योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई।


 बताया गया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत पात्र युवाओं को 5 लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा। ऋण की चुकौती चार वर्षों में करनी होगी, जिसमें छह महीने की छूट अवधि भी शामिल है। समय से भुगतान करने पर 50 हजार रुपये की अतिरिक्त छूट भी दी जाएगी।

सभी पात्र युवा करें आवेदन

इस योजना के लिए 21 से 40 वर्ष की आयु के युवा msme.up.gov.in वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदनकर्ता का उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना आवश्यक है। न्यूनतम योग्यता आठवीं कक्षा निर्धारित की गई है, हालांकि इंटर पास या समकक्ष को वरीयता दी जाएगी।

जिला उद्योग विभाग के अनुसार चंदौली जनपद को 1700 युवाओं को योजना से जोड़ने का लक्ष्य मिला है, जिसे मिशन मोड में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में विभागीय अधिकारियों को योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने और युवाओं के आवेदन बैंकों में शीघ्र निस्तारित कराने के निर्देश दिए गए।


योजना की प्रमुख बातें:

  • ऋण पर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा
  • छह माह तक नहीं देनी होगी ईएमआई
  • समय पर भुगतान करने पर 50,000 रुपये की छूट
  • योजना में भूमि या भवन क्रय सम्मिलित नहीं
  • परियोजना लागत का 10% लाभार्थी को स्वयं देना होगा
  • तंबाकू, गुटखा, पान मसाला के व्यवसाय को योजना में शामिल नहीं किया गया है।
  • पूर्व में किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ ले चुके आवेदक अयोग्य होंगे।


सतीश सेठ आका ने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक वर्ष एक लाख नई इकाइयों की स्थापना हो और अगले 10 वर्षों में 10 लाख युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाए। युवाओं को प्रेरित किया कि वे आगे आएं और योजना का लाभ उठाकर अपना कारोबार शुरू करें।


इस मौके पर क्षेत्र के कई बेरोजगार युवा मौजूद रहे और उन्होंने योजना से जुड़ी जानकारी लेकर आवेदन की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही।

                                                 
 

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