कोविड की गलत रिपोर्टिंग कर रहे हैं CMO व उनके कर्मचारी, जनप्रतिनिधियों को देना होगा ध्यान
tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show
चंदौली जिले में कोविड-19 की बढ़ती हुए महामारी को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लाख प्रयास किया जा रहा है लेकिन मातहत कर्मचारियों द्वारा जिला अधिकारी को गलत रिपोर्टिंग कर जिले में अपनी पोल को ढकने का काम किया जा रहा हैं। जिसका खामियाजा ड्यूटी कर रहे डाक्टरों एवं नर्सों को भुगतना पड़ रहा है।
बताते चलें कि लगातार हॉस्पिटलों पर मारपीट होने का जिम्मेदार कहीं ना कहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा दी गई गलत जानकारी है। क्योंकि जिला में प्राइवेट व सरकारी हॉस्पिटलों कुल 33 वेंटिलेटर की व्यवस्था है। जिसमें 22 वेंटिलेटर सरकारी महकमे में है। जिस पर आज तक किसी मरीज का इलाज संभव नहीं हो सका। लेकिन जो रिपोर्टिंग की जा रही है वह सरासर गलत है । चकिया संयुक्त चिकित्सालय में मात्र 4 वेंटिलेटर की व्यवस्था है और 10 वेंटिलेटर आज भी स्टोर रूम में शोपीस बने हुए है ।
वहीं हेरिटेज द्वारा संचालित महिला विंग्स में कुल 8 वेंटीलेटर है, जिसे सीएमओ द्वारा दिखाकर वाहवाही की जा रही है और अच्छे काम का तगमा लिया जा रहा है जो कि पहले से ही हेरिटेज में मौजूद थे। वही कमलापति संयुक्त चिकित्सालय चंदौली में वेंटिलेटर को लगाने या उसका लाभ लोगों को देने का कार्य अभी तक नहीं किया जा रहा है । गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर पर रखने के बजाय बीएचयू वाराणसी रेफर करने का कार्य किया जाता है । क्योंकि यहां वेंटीलेटर सुचारू रूप से संचालित नहीं किए जाते हैं। जिसके कारण अधिकतर मरीजों की मौत हो रही है । जिसका खामियाजा ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों एवं नर्स तथा सरकारी संपत्ति को भुगतना पड़ रहा है।
जिले में दूर व्यवस्थाओं के अंबार के कारण मरीजों की मौत का सामना करना पड़ रहा है। नाराज परिजनों के कोप का भजन ड्यूटी कर रहे डॉक्टर व कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। यह सारी सीएमओ कार्यालय के कुछ चापलूस अधिकारी एवं कर्मचारियों की गलत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के कारण जिले में उत्पन्न हो रही है । जिससे यह हालत देखने को मिल रही है। यदि यकीन ना हो तो मौजूद स्थिति का जिला अधिकारी, सांसद , विधायक भी नजारा देखकर खामियों की हकीकत को चेक कर जिले का हाल जान सकते हैं ।
वहीं जिला अधिकारी के सारे कोविड-19 के बेड व हॉस्पिटल उद्घाटन के बाद भी केवल सीएमओ द्वारा पूर्व में लगाए गए वेंटिलेटर के सामने खड़े होकर फोटो खींचा कर तगमा लेने का कार्य किया जा रहा है। अब देखना है कि ऐसे में जिले के जनप्रतिनिधि व जिलाधिकारी द्वारा किस प्रकार का कदम उठाकर लोगों की जान बचाने का कार्य किया जाता है।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*