चंदौली जिले के एक और सिपाही की मौत, हेड कांस्टेबल सत्येंद्र गोंड की आकस्मिक मृत्यु से गांव में शोक की लहर

पिपरी गांव निवासी सत्येंद्र गोंड छुट्टी पर घर आए थे
सुबह अचानक बिगड़ी तबीयत
परिजन पहुंचे अस्पताल
वाराणसी के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
गांव में शोक का माहौल
चंदौली जिले के पिपरी गांव निवासी हेड कांस्टेबल सत्येंद्र कुमार गोंड का बुधवार को वाराणसी के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। सत्येंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आपको बता दें कि सत्येंद्र कुमार गोंड वर्ष 2012 में पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। 10 वर्षों की सेवा के बाद उन्हें हेड कांस्टेबल के पद पर प्रमोशन मिला था। 10 दिन पहले ही उनका ट्रांसफर भदोही से जौनपुर के शाहगंज कोतवाली में हुआ था। वे छुट्टी लेकर अपने गांव आए हुए थे।

बुधवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी। परिवार ने तुरंत उन्हें वाराणसी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। सत्येंद्र के परिवार में उनकी माता विद्यावती देवी, पत्नी प्रियंका और दो बच्चे लकी और युवराज हैं। उनके छोटे भाई धर्मेंद्र कुमार आजमगढ़ में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। घटना की सूचना मिलते ही वे गांव के लिए रवाना हो गए।

हेड कांस्टेबल सत्येंद्र गोंड के पिता भगवान दास ने बताया कि उन्होंने बड़ी मेहनत से सत्येंद्र का पालन पोषण किया था। गरीबों के दिनों में भी उन्होंने सत्येंद्र की हर ख्वाहिश को पूरी करने की कोशिश की। लेकिन बुढ़ापे में बेटे की मौत ने उन्हें तोड़ दिया है।
उन्होंने बताया कि बड़ा बेटा नरेंद्र कुमार साधु बन गया है, दूसरे बेटे की अचानक मौत हो गई है। जबकि सबसे छोटा बेटा आजमगढ़ में है। ऐसे में विपत्ति के समय में वह खुद पहाड़ की तरह अपने परिवार के साथ खड़े हैं।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*