अभी तक पूरा नहीं हुआ इंडो-इजराइल एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य, हमेशा आ रही हैं मुश्किलें
न जाने कब खत्म होगा माधोपुर में एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य
कभी बजट तो कभी संसाधनों का है रोना
सब्जी उत्पादन में चंदौली को बेहतर बनाने का संकल्प
चंदौली जिले के माधोपुर में इंडिया व इजरायल के सहयोग से एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य तकनीकी खामियों के कारण रुक गया है। एक सप्ताह से आरंभ होने वाला कार्य एक पखवारे बाद भी आरंभ नहीं हो पाया।
इस सम्बंध में अधिकारियों का कहना कि कुछ तकनीकी खामी के कारण निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो पाया है। हालांकि बीते दिनों कार्यदायी संस्था की ओर से निर्माण को लेकर कार्रवाई आरंभ कर दी गई थी। संस्था की ओर से जमीन का चिह्नांकन भी कर लिया गया था, लेकिन निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो पाया। सेंटर के निर्माण से जनपद के किसानों को लाभ मिलेगा।
दरअसल, माधोपुर में एक्सीलेंस सेंटर के निर्माण का कार्य धन के अभाव में आरंभ नहीं हो पा रहा था। जबकि उद्यान विभाग की ओर से सिविल वर्क के लिए पूर्व में ही शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया था। प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद शासन ने 1.76 करोड़ रुपये स्वीकृत किया है। प्राप्त धन से प्रशासनिकभवन और बाउंड्रीवाल यानि सिविल वर्क का कार्य कराया जाएगा। दो दिन पूर्व कार्यदायी संस्था की ओर से निर्माण के बाबत जमीन का सीमांकन कर लिया गया है। सब्जी उत्पादन को सेंटर का निर्माण सब्जी उत्पादन के लिए उद्यान विभाग की ओर से माधोपुर में एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है।
इस सेंटर के निर्माण में देश के साथ ही इजराइल की तकनीकी का भी इस्तेमाल किया जाएगा। शासन की मंशा है कि धान व गेहूं के उत्पादन में अग्रणी जिले को सब्जी उत्पादन में भी बेहतर बनाया जा सके, ताकि अन्नदाताओं की आय में बढ़ोतरी हो सके।
आपको बता दें कि लगभग दस करोड़ की लागत से बनने वाले एक्सीलेंस सेंटर में सब्जी की नर्सरी तैयार की जाएगी। अत्याधुनिक तकनीकी के जरिए बीज तैयार किया जाएगा। इससे किसानों को काफी लाभ होगा। किसानों को बीज के साथ ही प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी एसपी वर्मा ने बताया कि कार्यदायी संस्था की ओर से निर्माण कार्य की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई थी लेकिन कुछ तकनीकी खामियों के कारण कार्य आरंभ नहीं हो पाया है। जल्द ही सिविल वर्क का निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा।
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