बिजली विभाग में चाय पीने-पिलाने के बाद ही होता है काम, इस खास चाय की दुकान का विभाग करता है प्रचार
बिजली विभाग कार्यालय में चाय की दुकान का हो रहा है प्रचार
डीएम साहब कभी आप भी पीजिए चाय
दलालों के जरिए काम कराने का नया हथकंडा
कौन चलाएगा बिजली विभाग की दलाली पर कानून का डंडा
चंदौली जिले के अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड के कार्यालय में अगर आपको कोई काम कराना है तो सीधे विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलने के बजाय आपको मनोज की चाय की दुकान पर जाना होगा, जहां पर बिजली विभाग के दलाल एक्टिव रहते हैं और वे आपका काम आसानी से करा देंगे इसके बदले आपको कुछ कमीशन या खर्चा पानी देना होगा।
यह हम नहीं विभाग के कार्यालय में लगी चाय की दुकान की पर्ची कह रही है। इसके लिए बिजली विभाग के कार्यालय में इस चाय की दुकान का प्रचार किया जाता है। इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने उस चाय की दुकान का नाम और पता खुद ही दीवाल पर चिपका दिया है, ताकि यहां आने वाले लोगों को चाय की दुकान तक जाने में परेशानी न हो।
बताया जाता है कि बिजली विभाग में बिजली का बिल कम कराना या कोई और काम करना हो तो सीधे काम करने के बजाय दलालों से काम बड़ी आसानी से हो जाता है। नहीं तो आपको चक्कर काटते काटते परेशान होना पड़ेगा और आपका काम भी नहीं होगा। ये दलाल इसी चाय की दुकान पर पाए जाते हैं।
आपको बता दें कि कनेक्शन लेने, अधिक बिल को कम कराने, ट्रांसफार्मर बदलवाने आदि के लिए यह उपभोक्ताओं को कब्जे में दलाल ले लेते हैं। इनका सहयोग लेना लोगों की इसलिए मजबूरी हो गयी है कि बिना इनके काम कराने में जूते के तलवे घिस जाते हैं। वहीं ऑफिस के दीवाल पर लिखकर अधिकारी बता रहे हैं कि कार्यालय में दलालों का प्रवेश वर्जित है। बिजली अधिकारी ऑफिस के दीवाल पर एक पोस्टर चिपकाया है। जिसमें लिखा है मनोज चाय की दुकान सत्यम वर्दी की टेलर के बगल में चली गई है। जिसको चाय पीना है, सत्यम वर्दी टेलर के बगल में जाकर चाय पी ले। यह संकेत केवल चाय पीने का नहीं दलालों से काम कराने का कोड है।
चन्दौली जिले के अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण कार्यालय में ऑफिस के दीवाल पर लिखें इस पर्ची पर भले ही अफसरों की नजर न पड़ती हो लेकिन जब डीएम साहब को खुद जाकर बिजली विभाग में चाय पीना चाहेंगे तो अपने आप पता चल जाएगा।
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