वाह रे सिंचाई विभाग : बे-सीजन नहरों में छोड़ दिया पानी, किसानों की 50 बीघा धान की फसल डूबी
नारायनपुर से निकली अमड़ा बड़ी नहर का मामला
छठ पर्व पर पानी की कमी दूर करने के लिए छोड़ा गया
किसानों में दिख रही है नाराजगी
चंदौली जिले में सिंचाई विभाग ने नारायनपुर से निकली अमड़ा बड़ी नहर में बृहस्पतिवार की रात अचानक पानी छोड़ दिए जाने से क्षेत्र के कई खेतों में पानी जमा हो गया है। इस कारण किसानों को फसल बर्बाद होने का डर सताने लगा है।
आपको बता दें किसानों ने इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नरायनपुर पंप कैनाल से निकलने वाली अमड़ा बड़ी नहर सदर तहसील क्षेत्र के कई गांवों से होकर गुजरती है। नहर के पानी से क्षेत्र के किसान फसलों की सिंचाई करते हैं। किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग धान की खेती के समय पानी पहुंचाने में अक्षम रहा था, लेकिन छठ पूजा के नाम पर बृहस्पतिवार की रात अचानक नहर में भारी मात्रा में पानी छोड़ दिया गया।
बताते चलें कि इससे क्षेत्र के जेवरियाबाद, घोसवा, मचवा, अमड़ा, कंदवा, जमुड़ा, बरहनी सहित अन्य गांवों में कई किसानों के खेतों में पानी घुस गया है। इससे किसान परेशान हैं। दर्जनों किसानों ने खेत से पानी निकलने के लिए अपने खेत का कुलाबा खोला था लेकिन नहर में भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते खेत से पानी निकलने की बजाय और पानी भर गया है। सिकठा गांव के किसान रतन सिंह और जेवरियाबाद के किसान रवि सिंह कहा कि सिंचाई विभाग ने आस्था के नाम पर किसानों के साथ खिलवाड़ किया है।
डीएम सहित मूसाखांड व चंद्रप्रभा डिवीजन के अधिशासी अभियंताओं ने दो दिन पूर्व नहरों में पानी न छोड़ने का वादा किया था लेकिन पानी छोड़े जाने से किसानों की खेती पर संकट का बादल मंडराने लग हैं। चंद्रप्रभा डिवीजन के अधिशासी अभियंता सर्वेशचंद्र सिन्हा ने बताया कि छठ पर मांग को देखते हुए पानी छोड़ा गया था।
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