जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

RPF ने बाल मजदूरी के लिए जा रहे 6 बच्चों को किया रेस्क्यू, 1 बाल तस्कर भी गिरफ्तार

बच्चों ने बताया कि उनसे 12 घंटे काम करवाने के बदले ₹7000 से ₹8000 प्रतिमाह देने का वादा किया गया था। यात्रा का किराया और खाने-पीने का खर्च भी मोसब्बिर ने उठाया था।
 

दिल्ली में खिलौनों की कंपनी में जा रहे थे बाल मजदूर

बिहार से काम करने के लिए ले जा रहा था तस्कर

चेकिंग के बाद नाबालिक 6 बच्चों को RPF ने किया बरामद 

चंदौली जिले के डीडीयू रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत के नेतृत्व में "बचपन बचाओ आंदोलन" की  चंदा गुप्ता व चाइल्ड हेल्प डेस्क की टीम के सहयोग से यह अभियान चलाया गया। सीमांचल एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12487) के प्लेटफॉर्म संख्या 6 पर पहुंचने के उपरांत ट्रेन की जांच के दौरान जनरल कोच में 6 नाबालिग बच्चों को डरे सहमे हालत में पाया गया। उनके साथ एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में मौजूद था।

पूछताछ में पता चला कि मोहम्मद मोसब्बिर आलम (उम्र 30 वर्ष), निवासी अररिया, बिहार, इन बच्चों को दिल्ली की एक खिलौना फैक्ट्री में मजदूरी के लिए ले जा रहा था। बच्चों ने बताया कि उनसे 12 घंटे काम करवाने के बदले ₹7000 से ₹8000 प्रतिमाह देने का वादा किया गया था। यात्रा का किराया और खाने-पीने का खर्च भी मोसब्बिर ने उठाया था।

 6 children rescued

बचाए गए बच्चों के नाम हैं—मोहम्मद आसिफ आलम (13), मोहम्मद परवेज (14), शाहनवाज (17), शाहबाज (14), ग़ालिब (14), और मोहम्मद राशिद (14), सभी अररिया, बिहार के निवासी हैं। प्राथमिक पूछताछ के बाद मामला बाल मजदूरी का पाए जाने पर बच्चों को सुरक्षित रूप से चाइल्ड हेल्प डेस्क को सौंपा गया तथा आरोपी को अग्रिम कानूनी कार्रवाई हेतु कोतवाली मुगलसराय पुलिस को सुपुर्द किया गया।

इस अभियान में आरपीएफ के उप निरीक्षक विजय बहादुर राम, आरक्षी दीपक सिंह, बृजेश सिंह, संतोष त्रिपाठी, अशोक यादव, सीआईबी के विनोद यादव, चंदा गुप्ता व सुजीत कुमार आदि शामिल रहे।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*