धान बेंचने का रजिस्ट्रेशन करा कर घर बैठे हैं किसान, कहीं धान नहीं तैयार, तो किसी के पास समय नहीं
आठ हजार से अधिक किसानों का है पंजीकरण
इसलिए धान बेंचने नहीं जा रहे हैं किसान
धान को पकने व सूखने का हो रहा इंतजार
चंदौली जिले में धान खरीद के लिए 151 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रो प़र अभी तक आठ हजार से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, लेकिन अधिकतर केंद्रों पर धान बेचने अब तक कोई किसान नहीं पहुंचा। इस साल लगभग ढाई लाख टन धान खरीद करने का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्ट्रेट में अपर जिला अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक करके तैयारियों को पूरा होने का दावा किया गया था। मौके पर धान खरीद के लिए सारे उपकरणों के साथ साथ 8067 गांठ बोरे की व्यवस्था करने की जानकारी दी गयी थी। लेकिन धान खरीद शुरू होने के 15 दिन बीत जाने के बाद काटा क्रय केंद्र पर एक किसान ने 100 क्विंटल धान बेचा है।
बताते चलें कि जिले में एक नवंबर 2023 से धान की खरीद शुरू हो चुकी है। एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी अब तक धान खरीद शुरू नही हो सकी है। इन केंद्रो पर अभी तक आठ हजार से अधिक किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है लेकिन अधिकतर केंद्रों पर धान बेचने अब तक कोई किसान नहीं पहुंचा। विभिन्न कई केद्रों पर आज भी सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस वर्ष सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य शासन ने 2183 रुपए निर्धारित किया गया है। इसके लिए कुल 151 धान क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इनमें खाद्य विभाग की विपणन शाखा के 44 क्रय केंद्र, क्रय संस्था पीसीएफ के 46 क्रय केन्द्र, पीसीयू के 48 क्रय केंद्र, यूपीएसएस के 10 क्रय केंद्र, मंडी समिति के दो क्रय केंद्र तथा भारतीय खाद्य निगम के एक क्रय केंद्र शामिल है। सभी केंद्र प्रभारियों की तैनाती के साथ सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। धान क्रय केंद्रों पर नामी मापक यंत्र, सहित अन्य जरूरी चीजों की उपलब्ध है।
इस सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी सौरभ कुमार यादव ने बताया कि जिले में कुल धान खरीद के लिए 151 क्रय केंद्र खोले गए। सभी केद्रों पर बोरे के साथ नाप तोल के सभी संसाधन उपलब्ध हैं, ताकि किसानों को अपने ऊपर बेचने में कोई सी प्रकार की परेशानी ना हो। कांटा स्थित क्रय केंद्र पर 100 कुंतल के लगभग धान की खरीद हुई है।
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