रामकिशुन के सपोर्ट में कार्यकर्ता दे रहे पार्टी को चेतावनी, पिछली हार से सबक ले पार्टी
जिला सचिव दिनेश यादव के नेतृत्व में बैठक
चिरईगांव के पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह को बदलने की मांग
इसीलिए रामकिशुन यादव की हो रही है वकालत
चंदौली जिले के संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद रामकिशुन यादव की दावेदारी को एक बार फिर से दरकिनार करके सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सपा के प्रत्याशी के रूप में चिरईगांव के पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह को लोकसभा का उम्मीदवार बना दिया गया है। वहीं रामकिशुन को प्रत्याशी न बनाये जाने पर उनके समर्थकों में नाराजगी देखी जा रही है। माना जा रहा है कि इससे सपा को नुकसान होगा।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चेताया है कि प्रदेश नेतृत्व अपने फैसले पर विचार नहीं करता है तो आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को एकबार फिर से इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। पिछले चुनाव में ऐसी ही गलती से नजदीकी अंतर से सीट हार गए थे। एकबार फिर वही गलती पार्टी दोहराने जा रही है।
बताते चलें कि विकास खंड बरहनी के ग्राम पंचायत सबल जलालपुर के कम्हारी में शिव मंदिर परिसर में ग्राम प्रधान सबल जलालपुर और समाजवादी पार्टी के जिला सचिव दिनेश यादव के नेतृत्व में एक बैठक हुई। इसमें चंदौली संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में पूर्व सांसद रामकिशुन यादव को सपा मुखिया की ओर से प्रत्याशी न बनाये जाने पर ग्रामवासियों में गहरा गुस्सा व्यक्त किया। जिला सचिव ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर पूर्व सांसद को पुनर्विचार कर पुनः प्रत्याशी न बनाया गया तो आने वाले चुनाव में इसकी भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी।
जिला सचिव ने कहा कि वर्तमान में पूर्व सांसद की क्षेत्र में लोकप्रियता और जनाधार है। उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाये जाने पर लोगों में असंतोष और गुस्सा है। पूर्व सांसद एक जमीनी नेता हैं। उनको सभी वर्गों का समर्थन हासिल है। वह किसी और प्रत्याशी से अच्छा चुनाव लड़ेंगे। इसीलिए पार्टी को अपने फैसले पर विचार करना चाहिए।
इस दौरान अमन राय यूथ ब्रिगेड जिला सचिव, गामा यादव, गोरख नाथ यादव, डा शैलेश खरवार, अरविन्द गुप्ता, सुभाष गुप्ता, नरेश राम, महेंद्र यादव, सुनील यादव, कवि यादव, अवधेश गोंड, अरुण यादव, गिरीश पाण्डेय, विकास राम, पप्पू सेठ आदि लोग मौजूद रहे।
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