अभिषेक नर्सिंग एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के कर्मचारियों ने मनाया भीमराव अंबेडकर जयंती

बाबा साहब की जयंती पर कर्मचारियों ने किया दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण
छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ डॉ. अंबेडकर का अहम योगदान
राम आशीष यादव बोले – संविधान निर्माण में डॉ. अंबेडकर की थी केंद्रीय भूमिका
चंदौली जिले के अभिषेक नर्सिंग एवं पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में भारत रत्न बाबा भीमराव अंबेडकर जयंती कर्मचारियों द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज एक महान व्यक्तित्य को याद करने के लिए एकत्रित हुए है। जिनका नाम सुनते ही भारत के संविधान सामाजिक न्याय और समानता की भावना हमारे मन में जाग उठती है।

बता दें कि अभिषेक नर्सिंग पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में सभी कर्मचारियों द्वारा अंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाई गयी। इस दौरान डा आदेश बवाने द्वारा दीप प्रज्वलित कर बाबा भीमराव अंबेडकर के तेल चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज एक महान व्यक्तित्य को याद करने के लिए एकत्रित हुए है। जिनका नाम सुनते ही भारत के संविधान सामाजिक न्याय और समानता की भावना हमारे मन में जाग उठती है। वह है भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर 14 अप्रैल का यह दिन केवल एक व्यक्ति की जन्म तिथि नहीं बल्कि एक विचार एक क्रांति का प्रतीक है।

यही अमित पचौरी ने कहा डॉक्टर अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महु नगर के एक दलित परिवार में हुआ था भेदभाव छुआछूत जैसी अमानवीय चीजों को झेलते आए थे लेकिन कभी हार नहीं मानी कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की कोलंबिया यूनिवर्सिटी (अमेरिका) लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स इंग्लैंड जैसे बड़े संस्थानों से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त किये।
रामाशीष यादव जी ने कहा डॉ आंबेडकर भारतीय संविधान का शिल्पकार कहा जाता है उन्होंने भारत के संविधान के रचना करते समय यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक नागरिक को चाहे वह किसी भी जाति धर्म भाषा या वर्ग से हो समानता न्याय और स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त हो उनका संविधान आज भी हमारा सबसे मजबूत लोकतांत्रिक आधार है इस मौके पर संस्था के प्रशासनिक अधिकारी राम आशीष यादव, अमित पचौरी, मृत्युंजय, आलोक पाल, श्रेयश मिश्रा, विमल कुमार गुप्ता इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
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