चंदौली जिले में सजने लगे दुर्गा पूजा के पंडाल, जिले में 275 मूर्तियों की होती है स्थापना
कस्बों में दुर्गा पूजा पंडाल लेने लगे हैं आकर्षक मूर्तरूप
इन पंडालों में की जाएगी मां दुर्गा की भव्य मूर्ति की स्थापना
लोहे से बनाए जा रहे हैं पंडाल
चंदौली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के दुर्गापूजा पंडाल धीरे-धीरे मूर्तरूप लेने लगे हैं। नगर के विभिन्न हिस्सों में पूजा समितियों की ओर से भव्य पंडाल बनाए जा रहें हैं। इन पंडालों में मां दुर्गा की भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी। रंग-बिरंगे फूलों, रोशनी और सजावटी सामग्री से पंडालों को आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। पूजा समितियों की ओर से विशेष रूप से तैयार किए गए इन पंडालों में भक्तों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित होंगी। इन पंडालों में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। यह त्योहार शहर में उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
इस संबंध में पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के बाल स्पोटिंग क्लब लाट दो के अध्यक्ष महेंद्र पटेल ने बताया कि पीडीडीयू नगर के लाट दो पर बन रहे मां काली के पंडाल का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। अक्टूबर में पूजा की शुरुआत होने वाली है। आसपास के लोगों में काफी उत्साह है। पुलिस भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए मुस्तैद है। शासन की ओर से सुरक्षा के विशेष निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना न हो। लाट दो पर बन रहा पंडाल अपने आप में एक अद्वितीय और भव्य मंदिर का रूप लेगा, जो प्राकृतिक सौंदर्य का अनोखा नजारा प्रस्तुत करेगा। यह पंडाल मुगलसराय में आकर्षण रूप लेगी।
वही श्रीदुर्गा पूजा समिति की ओर से पड़ाव स्थित ट्रक हैंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सहयोग से दुर्गा पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इस बार पंडाल का निर्माण लोहे से किया जा रहा है। बांस का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसके अलावा, कपड़ों का भी प्रयोग कुछ स्तर तक किया जाएगा। स्थानीय कारीगरों द्वारा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है, जबकि मूर्ति का निर्माण पश्चिम बंगाल की तर्ज पर किया जा रहा है।
पूजा समिति के अध्यक्ष विमल यादव ने बताया कि पंडाल विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है। इसमें स्थानीय संस्कृति और परंपरा का प्रदर्शन किया जाएगा।
आपको बता दें कि जनपद में दुर्गापूजा पंडालों की स्थिति पिछले वर्ष की तरह ही रहेगी। जिले में लगभग 275 दुर्गापूजा पंडाल स्थापित होते हैं। 29 नई दुर्गापूजा पंडाल की अनुमति नहीं मिली है। फायर विभाग समितियों के आवेदन के अनुसार एनओसी देगा। सुरक्षा का पूरा इंतजाम रहेगा। दुर्गापूजा पंडालों में अति आवश्यक है कि भारतीय मानक ब्यूरो आईएस 8758-1993 के अनुसार पंडालों में अग्नि सुरक्षा के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य प्वाइंट है कि सिंथेटिक सामग्री से बना कपड़ा या रस्सी का प्रयोग न किया जाए।
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