चुनाव ड्यूटी कटवाना नहीं होगा आसान, ऐसे हालात में ही मिलेगी छुट्टी
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चंदौली जिले में बीमारी का हवाला देकर पंचायत चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने की चाहत रखने वाले कार्मिकों को मेडिकल बोर्ड की जांच से गुजरना होगा। बोर्ड की संस्तुति के बाद ही कार्मिकों की ड्यूटी कटेगी। जल्द ही सीएमओ की अध्यक्षता में इसका गठन किया जाएगा।
बताते चले कि जिले में दर्जनों की संख्या में कार्मिकों ने गंभीर बीमारी को कारण बताते हुए पंचायत चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने के लिए अर्जी दी है। फिलहाल इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे संबंधित कार्मिकों के स्वास्थ्य जांच मेडिकल बोर्ड करेगा। यदि बोर्ड ने संस्तुति कर दी कि उक्त कर्मी बीमारी की वजह से चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थ है तो राहत मिल जाएगी।
पंचायत चुनाव के लिए मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। जिले के 45 से अधिक विभागों के कर्मचारी कार्मिक बनाए गए हैं। उन्हें ग्रेड-पे के अनुसार पीठासीन, प्रथम, द्वितीय व तृतीय मतदान अधिकारी बनाया गया है। काफी संख्या में कार्मिक चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने की जुगत में लग गए हैं। इसके लिए निर्वाचन अधिकारी दफ्तर में अर्जी देकर गुहार लगा रहे हैं। कोई बीमारी का हवाला दे रहा है तो किसी की शादी है। हालांकि बीमारी को कारण बताकर चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने की चाहत रखने वाले मतदान कार्मिकों को मेडिकल बोर्ड की संस्तुति के बाद ही मुक्त किया जाएगा।
जल्द ही जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशानुसार सीएमओ की अध्यक्षता में मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा। इसमें चार चिकित्सकों की टीम आवेदन करने वाले कार्मिकों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। संस्तुति के बाद ही ड्यूटी कटेगी।
इस सम्बन्ध में सहायक निर्वाचन अधिकारी कैलाश यादव ने कहा, बीमारी वाले मतदान कार्मिकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा। हालांकि इसके लिए मेडकिल बोर्ड की संस्तुति अनिवार्य है।
दिव्यांगजन की लगी ड्यूटी
मतदान कार्मिकों की इस बार आनलाइन डाटा फीडिग और ड्यूटी लगी है। इसमें कई कमियां हैं। दिव्यांगजन की भी ड्यूटी लगा दी गई है। हालांकि हकीकत जानने के बाद अधिकारियों ने ऐसे कार्मिकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने का भरोसा दिलाया है।
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