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आंदोलन करने वालों का उत्पीड़न हुआ तो जेल भरने को तैयार हैं बिजलीकर्मी

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के मुगलसराय में गत 1 महीने से निजीकरण के विरोध में बिजलीकर्मियों का निजीकरण के खिलाफ चल रहा आन्दोलन सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कर्मचारियों/अधिकारियों द्वारा निकाले जा रहे मशाल जुलूस कार्यक्रम के दौरान लखनऊ परीक्षेत्र के कामगारों पर पुलिस द्वारा किये गये लाढीचार्ज एवं गिरफ्तारी के पश्चात् कर्मचारियों के दबाव
 
आंदोलन करने वालों का उत्पीड़न हुआ तो जेल भरने को तैयार हैं बिजलीकर्मी

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चंदौली जिले के मुगलसराय में गत 1 महीने से निजीकरण के विरोध में बिजलीकर्मियों का निजीकरण के खिलाफ चल रहा आन्दोलन सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कर्मचारियों/अधिकारियों द्वारा निकाले जा रहे मशाल जुलूस कार्यक्रम के दौरान लखनऊ परीक्षेत्र के कामगारों पर पुलिस द्वारा किये गये लाढीचार्ज एवं गिरफ्तारी के पश्चात् कर्मचारियों के दबाव में रिहा कर दिये जाने की कार्यवाही का बिजलीकर्मियों में तीव्र भर्त्सना की है।

उक्त के बावत गोधना स्थित मण्डल कार्यालय में निरन्तर चल रहे धरना प्रदर्शन में आक्रोश प्रकट करते हुए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समीति के घटक संगठन उ0प्र0 विद्युत अभियन्ता संघ के वरीष्ठ नेता आशीष कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ में हुए विद्युत कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार प्रदेश सरकार के तानाशाही प्रवृत्ति को दर्शाता है। प्रदेश सरकार एन-केन-प्रकारेण उद्योगपतियों को अनुचित लाभ पहुचाने के उद्देश्य से बिजली कर्मियों का दमन करने पर आमादा है। उन्होंने सरकार को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश के किसी भी बिजली कर्मी के साथ आन्दोलन के दौरान उत्पीड़न की कार्यवाही की गयी तो प्रदेश के समस्त बिजलीकर्मी जेल भरने को तैयार हैं।

आंदोलन करने वालों का उत्पीड़न हुआ तो जेल भरने को तैयार हैं बिजलीकर्मी

अपने अध्यक्षीय भाषण के दौरान धरने का समापन करते हुए दलसिंगार यादव ने लखनऊ में हुए बिजली कर्मियों के उपर लाठीचार्ज/गिरफ्तारी एवं बिजली कर्मियों के दबाव में गिरफ्तार नेताओं की रिहाई जैसे प्रकरण की तीव्र भर्त्सना करते हुए सरकार को चेताया कि बिजली कर्मियों के शान्तिपूर्ण आन्दोलन को उ0प्र0 सरकार उनकी कमजोरी न समझें और प्रदेश में किये जा रहे निजीकरण के प्रयोग को हमेशा के लिए समाप्त करें।
धरना स्थल पर बैठक को सम्बोधित करते हुए संघर्ष समीति के तमाम घटक संगठनों के नेताओं ने प्रदेश सरकार से निजीकरण का फरमान वापस लिए जाने की मांग की।

आंदोलन करने वालों का उत्पीड़न हुआ तो जेल भरने को तैयार हैं बिजलीकर्मी

सभा को सर्वश्री आशिष कुमार सिंह, सेवा राम, राम पाल, आकाश सिंह, प्रशान्त कुमार, धर्मदेव, सुभाष सिंह यादव, मनीष कन्नौजिया, के0एल0 यादव, संजय कुशवाहा, रामसूरज, प्रमोद राम, घनश्याम, विकास गुप्ता, कमर फारूख, रामबदन यादव, संजीव धर दूबे, मो0 मेहन्दी, राहुल सेठ, अश्वनी कुमार, शिवनारायण, गौरव, सुजीत, मनोज आदि वक्ताओ ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता दलसिंगार यादव एवं संचालन ऐ0के0 पाण्डेय ने की।

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