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सैयदराजा में 3 इंजनों वाली सरकार फेल, नहीं रुकवा पा रहे हैं एक भी ट्रेन

सैयदराजा रेलवे स्टेशन पर  कोरोना काल में बंद एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है, जिससे कस्बा सहित आसपास के 50 गांवों और बाजारों के रहने वाले लोगों व व्यापारियों के लिए आवागमन के साथ-साथ व्यापार में असुविधा हो रही है।
 

सांसदजी भी भूल गए हैं अपना वादा

सैयदराजा स्टेशन पर नहीं होता एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव

 व्यापारियों में है आक्रोश

50 गांवों के लोगों को भी परेशानी

 

चंदौली जिले के सैयदराजा रेलवे स्टेशन पर  कोरोना काल में बंद एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है, जिससे कस्बा सहित आसपास के 50 गांवों और बाजारों के रहने वाले लोगों व व्यापारियों के लिए आवागमन के साथ-साथ व्यापार में असुविधा हो रही है। इसके लिए भाजपा के सांसद व विधायक केवल आश्वासन देकर कागजी घोड़े दौड़ा रहे हैं।

 बता दें कि स्टेशन पर कोरोना काल से पूर्व 3 एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता था। इन ट्रेनों में देहरादून एक्सप्रेस,  सियालदह एक्सप्रेस और जम्मूतवी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल थीं, जिनसे लोग लखनऊ, मोरादाबाद, बरेली, पंजाब, चंड़ीगढ़, जम्मू, हरिद्वार, देहरादून, कोलकाता जैसी जगहों पर आसानी से आते जाते थे, लेकिन कोरोना त्रासदी के बाद सैयदराजा रेलवे स्टेशन पर इनका ठहरा सुनिश्चित नहीं हो पाया।


इलाके के परेशान ग्रामीणों और व्यापारियों ने रेल प्रशासन सहित भारी उद्योग मंत्री और सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय से भी कई बार गुहार लगाई तो उन्होंने आश्वासन दे दिया और लगता है उसके बाद उसकी पैरवी करना भूल गए। शायद इसी वजह से अब तक सैयदराजा रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव नहीं हो पाया है। 


सैयदराजा व्यापार मंडल के लोगों ने कहा कि स्टेशन पर पूर्व में रुकने वाली ट्रेनों के ठहराव लिए भारी उद्योग मंत्री और सांसद महेंद्र नाथ पांडेय से कई बार गुहार लगाई गई। उन्होंने पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनाव के दौरान व्यापारियों को आश्वासन किया था कि सत्ता में आने के बाद सैयदराजा रेलवे स्टेशन पर पूर्व की 3 ट्रेनों सहित इंटरसिटी और महाबोधि एक्सप्रेस का भी ठहराव सुनिश्चित करा दिया जाएगा। लेकिन चुनाव जीतने के साथ ही मंत्री अपना वादा भी भूल गए। 5 वर्ष बीतने के बाद भी अब तक सैयदराजा में एक भी ट्रेनों का ठहराव नहीं हो रहा है, जिससे नगर के व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होता है।

इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि ट्रेनों का ठहराव न होने से स्थानीय लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए हमेशा मुगलसराय जाना पड़ता है। लोग मजबूरी में परेशान होकर यात्रा कर रहे हैं। रोडवेज बस की भी सुविधा उतनी अच्छी नहीं है कि सुबह से लेकर रात की ट्रेन पकड़ने के लिए आसानी से मुगलसराय आया जा सके। 


नगर पंचायत चुनाव में कई व्यापारी नेताओं कहा था कि वह इसके लिए प्रयास करेंगे, लेकिन कुर्सी पर बैठ जाने के बाद सब भूल गए हैं। सैयदराजा में तो 3 इंजन की सरकार है..अगर अब ट्रेन नहीं रुकवा पाए तो कब रुकवाएंगे।

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