जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

खाद की दुकानों पर चेकिंग हो गयी है तेज, खाद की कालाबाजारी के चक्कर में लाइसेंस कैंसिल

जिला कृषि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी उर्वरक विक्रेताओं को अपने स्टॉक और वितरण रजिस्टर नियमित रूप से अपडेट रखना अनिवार्य है, जिससे निरीक्षण के दौरान पॉस मशीन में दर्ज जानकारी से मिलान किया जा सके।
 

उर्वरकों की कालाबाजारी पर प्रशासन की सख्ती

पॉस मशीन और भौतिक स्टॉक में अंतर पर के.पी. खाद भण्डार का लाइसेंस निरस्त

चंदौली जिले के  किसानों को उर्वरकों की समय पर और उचित मूल्य पर उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा कालाबाजारी पर लगाम लगाने की दिशा में प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के निर्देश पर जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव के नेतृत्व में जिले के विभिन्न उर्वरक प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया गया।

जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने कहा कि इस दौरान  संजय खाद भण्डार,  इफको बाजार,  कृषि खाद बीज भण्डार बनौली चट्टी तथा  केपी खाद भण्डार बबुरी का निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान के.पी. खाद भण्डार बबुरी पर कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। दुकान पर रेट बोर्ड का अंकन नहीं था, वितरण रजिस्टर 1 जुलाई 2025 तक ही अद्यतन था, तथा पॉस मशीन और भौतिक स्टॉक में भारी अंतर पाया गया। इन गड़बड़ियों को गंभीरता से लेते हुए के.पी. खाद भण्डार का उर्वरक प्राधिकार पत्र तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।

fertilizer shops Checking

इसके अतिरिक्त, सिंह उर्वरक केन्द्र बबुरी की दुकान निरीक्षण के समय बंद पाई गई, जिस पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिला कृषि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि सभी उर्वरक विक्रेताओं को अपने स्टॉक और वितरण रजिस्टर नियमित रूप से अपडेट रखना अनिवार्य है, जिससे निरीक्षण के दौरान पॉस मशीन में दर्ज जानकारी से मिलान किया जा सके। साथ ही, यह निर्देश भी दिया गया कि किसानों को निर्धारित दर पर ही उर्वरक की बिक्री की जाए और उन्हें खरीद की रसीद भी अनिवार्य रूप से दी जाए।

fertilizer shops Checking

प्रशासन द्वारा किसानों को भी यह जानकारी दी गई है कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। वर्तमान में यूरिया 17746.726 मैट्रिक टन, डीएपी 3923.720 मैट्रिक टन, एमओपी 815.750 मैट्रिक टन, एनपीके 2404.850 मैट्रिक टन और एसएसपी 11818.375 मैट्रिक टन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी किसान भाईयों से अनुरोध है कि वे अपनी खतौनी और आवश्यकतानुसार ही उर्वरक क्रय करें।

यह कार्रवाई प्रशासन की पारदर्शिता और किसानों के हितों की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। भविष्य में भी अनियमितताओं पर इसी तरह सख्ती बरती जाएगी, ताकि कृषि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कालाबाजारी को रोका जा सके।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*