धान खरीद में घोर लापरवाही, 4 केंद्र प्रभारियों पर डिप्टी RMO ने दर्ज करायी FIR
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जनपद में हो रही धान की खरीद में हो रही लापरवाही व अधिकारियों की उदासीनता के चलते ही किसानों में घोर आक्रोश है।खरीद नहीं होने से नाराज़ किसान आंदोलन की अपनाने की मन बना रहें है। इसकी एक बानगी रविवार को बबुरी क्षेत्र के खरीद केंद्रों पर देखने को मिली। खरीद से जुड़े अधिकारियों की टीम ने रविवार को बबुरी क्षेत्र के धान खरीद क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया तो कई केंद्र बंद मिले।
धान की खरीद केंद्र बंद मिलने की शिकायत मिलने के बाद जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अनूप कुमार श्रीवास्तव ने एक जिला प्रभारी और तीन क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों की टीम ने रविवार को बबुरी स्थित केआरबी एजेंसी के क्रय केंद्र का जायजा लिया। इस दौरान केंद्र बंद मिला।
यही हाल बबुरी क्षेत्र के ही दिघवट क्रय केंद्र का भी था। यहां भी केंद्र पर ताला लटकता मिला। जबकि पांडेयपुर के केंद्र प्रभारी किसानों को यह कहकर वापस लौटा रहे थे कि केंद्र पर बोरा नहीं है और नाहीं ही वेट मशीन उपलब्ध है। लापरवाही मिलने की शिकायत मिलने पर डिप्टी आरएमओ ने केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
इसके साथ ही यूपीएसएस के जिला प्रभारी के खिलाफ भी एफआईआर कराई गई है। उधर किसान धान क्रय केंद्रों पर खरीद नहीं होने की लगातार शिकायत जनप्रतिनिधियों से कर रहे थे। जनप्रतिनिधियों ने भी कई केंद्रों का जायजा लिया तो स्थिति संतोषजनक नहीं मिली। शिकायत जब जिलाधिकारी और अन्य आलाधिकारियों तक पहुंची तो टीम गठित कर केंद्रों का निरीक्षण कराया गया।
वैसे भी जनपद में खरीद की हालत काफी खराब है। 1.95 लाख टन धान खरीद के लक्ष्य के सापेक्ष 500 किसानों से तीन हजार टन धान ही खरीदा गया है। जबकि धान बेचने के लिए 22 हजार किसानों ने पंजीकरण कराया है।
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