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पिछले सीजन से सबक लेकर अलर्ट है फायर ब्रिगेड, किसानों से को कर रहा जागरूक ​​​​​​​

चंदौली जिले में गर्मी का सीजन शुरू हो गया है। इस दौरान गेहूं कटाई भी होने जा रही है। गेहूं की फसल पकते ही आगलगी की घटनाएं बढ़ने लगती है।चंदौली जिले में गर्मी का सीजन शुरू हो गया है। इस दौरान गेहूं कटाई भी होने जा रही है। गेहूं की फसल पकते ही आगलगी की घटनाएं बढ़ने लगती है।
 

साल 2023 की 100 से अधिक घटनाओं से सबक

पिछले साल 500 बीघे की खड़ी फसल आग से स्वाहा

अबकी बार सावधानी के लिए दिए जा रहे टिप्स

 

चंदौली जिले में गर्मी का सीजन शुरू हो गया है। इस दौरान गेहूं कटाई भी होने जा रही है। गेहूं की फसल पकते ही आगलगी की घटनाएं बढ़ने लगती है। इस दौरान किसानों को सतर्क रहना होगा, क्योंकि पिछले वर्ष थ्रेसिंग के दौरान चिंगारी निकलने और पराली जलाने से अगलगी की सौ से अधिक घटनाएं हुई थीं। इससे 500 बीघे की खड़ी फसल आग से स्वाहा हो गई थी। 

इस तरह की घटनाओं से होने वाले नुकसान को देखते हुए अग्निशमन विभाग किसानों को जागरूक कर रहा है। ताकि घटनाओं से बचा जा सके और आग लगने पर जल्द से जल्द उस पर काबू भी पाया जा सके।

 चंदौली को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां गेहूं की खेती भी बड़े पैमाने पर होती है। इस वर्ष भी जिले में 1.10 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई की गई है। इस वर्ष प्रशासन ने 83 हजार मिट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था। पिछले वर्ष 87 हजार एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था। इसके साथ ही गेहूं की कटाई शुरू होने लगी है। तापमान भी बढ़ने लगा है। ऐसे में गेहूं की फसल में छोटी सी चिंगारी भयंकर आग में तब्दील हो जाती है। 

पिछले वर्ष पूरे जिले में सौ से अधिक आग लगने की घटनाएं हुई थी। इसमें लगभग तीन सौ बीघा गेहूं की फसल जली थी। इस वर्ष भी किसान नहीं संभले तो अगलगी की घटनाएं हो सकती है। इसीलिए लोगों को जागरूक करके घटनाओं से बचाने की कोशिश जारी है।

इस संबंध में मुख्य अग्निशमन अधिकारी कुमार रमाशंकर तिवारी ने बताया कि इसके लिए लगातार ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि किसानों को ऐसी घटनाओं से मुक्ति दिलाया जा सके। साथ ही साथ घटना होने के बाद बचाव के उपाय बताकर नुकसान को कम से कम करने की जानकारी दी जा रही।

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