जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

झोपड़ी में सोया था रहमुद्दीन अंसारी का परिवार, रात को अज्ञात कारणों से लग गई आग

चंदौली जिले के बरहनी विकासखंड के चिरईगांव में देर रात्रि अचानक अज्ञात कारणों से रिहायशी झोपड़ी में आग लग गई। जिससे रहमुद्दीन अंसारी का आशियाना जलकर राख हो गया।
 

मुश्किल से बची परिवार की जान

घर गृहस्थी का सारा सामान जलकर हुआ खाक

अफसरों व नेताओं से लगा रहे मदद की गुहार

चंदौली जिले के बरहनी विकासखंड के चिरईगांव में देर रात्रि अचानक अज्ञात कारणों से रिहायशी झोपड़ी में आग लग गई। जिससे रहमुद्दीन अंसारी का आशियाना जलकर राख हो गया। आसपास मौजूद ग्रामीणों द्वारा अथक प्रयास से आग पर काबू पाया गया, हालांकि तब तक झोपड़ी में रखा गया घर गृहस्थी का सारा सामान जलकर राख में मिल चुका था। 

बताते चलें कि चिरईगांव निवासी रहमुद्दीन अंसारी का परिवार चिराई गांव में फूस की झोपड़ी में रहता था, प्रतिदिन की भांति घर के लोग खाना खाकर आराम कर रहे थे कि अचानक देर रात्रि झोपड़ी में आग लग गई। धुएं से लोगों की नींद खुली तो लोगों ने पहले झोपड़ी से भागकर शोर मचाना शुरू किया, तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था। 

चीख पुकार की आवाज सुनकर पहुंचे गांव के लोगों ने पानी फेंक कर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। लेकिन आग लगातार बढ़ती जा रही थी। देखते-देखते पूरी झोपड़ी उसके जद में आ गयी और उसमें रखा हुआ 20 क्विंटल धान, घर-गृहस्थी का सामान, कपड़े, बिस्तर मोटरसाइकिल और साइकिल जलकर पूरी तरह से राख में तब्दील हो गया। 

Fire in Hut


काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। वह तो संयोग ही था कि लोग झोपड़ी से पहले ही भाग चुके थे, नहीं तो बड़ा हादसा भी हो सकता था। 

इस सम्बन्ध मे भुक्तभोगी रहमुद्दीन अंसारी ने बताया कि फूस की झोपडी ही अपना आशियाना था, जो आग लगने से राख में तब्दील हो गया है। अब सर पर छत नहीं है और परिवार के भरण-पोषण का भी संकट गहरा गया है। ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पीड़ित के लिए सहायता राशि दिलाए जाने की मांग की गई है।

                                                                                                                                                                                                                                             

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*