डॉ. बबुआ की पुण्यतिथि पर सैम हॉस्पिटल में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, ADJ ने किया कैंप का शुभारंभ

सैम हॉस्पिटल के डायरेक्टर एस.जी.इमाम ने बबुआ डॉक्टर को दी श्रद्धांजलि
मेगा स्वास्थ्य शिविर में पत्रकारों का भी हुआ हेल्थ चेकअप
अपर एवं सत्र न्यायाधीश विकास वर्मा ने डॉ. एस.ए. मुजफ्फर उर्फ डॉ. बबुआ को दी श्रद्धांजलि
चंदौली जिले के सदर नगर पंचायत अंतर्गत गांधी नगर स्थित सैम हॉस्पिटल में बुधवार को डॉ. एस.ए. मुजफ्फर उर्फ डॉ. बबुआ की दूसरी पुण्यतिथि पर वृहद निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन उनकी स्मृति में जनसेवा की भावना को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था। शिविर का शुभारंभ जिले के अपर एवं सत्र न्यायाधीश श्री विकास वर्मा द्वारा किया गया। उनके साथ बड़ी संख्या में चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी और स्थानीय गणमान्यजन उपस्थित रहे।

शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से आए गरीब, वंचित और असहाय लोगों को नि:शुल्क जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना था। इस स्वास्थ्य शिविर की एक विशेष बात यह भी रही कि आमजन के साथ पत्रकारों के लिए भी शरीर का संपूर्ण हेल्थ चेकअप निःशुल्क किया गया, जो चिकित्सकीय सेवा के क्षेत्र में एक सराहनीय कदम माना गया।

इस अवसर पर डॉ. आज्मे जहरा, डॉ. एस.जी. इमाम, डॉ. अनम, डॉ. पुष्पेंद्र सहित विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक समर्पित टीम ने मरीजों की जांच की। शिविर में लगभग 500 से अधिक मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई। जिन प्रमुख बीमारियों की जांच की गई, उनमें शुगर, ब्लड प्रेशर, नसों की समस्या, मानसिक रोग, गठिया, जोड़ों का दर्द, थायराइड, मिर्गी, स्त्री रोग, गर्भावस्था से संबंधित समस्याएं, गर्भाशय में सूजन, गांठें तथा बांझपन से जुड़ी समस्याएं शामिल रहीं। प्रत्येक मरीज की जांच के उपरांत निःशुल्क दवाओं का वितरण भी किया गया।
शिविर में आई भीड़ और मरीजों की संख्या यह दर्शा रही थी कि इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविरों की समाज में कितनी जरूरत है। मरीजों ने डॉक्टरों और शिविर के आयोजकों के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि उन्हें वर्षों से जिन बीमारियों का इलाज नहीं मिल पा रहा था, उनके निदान की यहां व्यवस्था हुई।
अपर एवं सत्र न्यायाधीश विकास वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. बबुआ का जीवन गरीबों और वंचितों की सेवा को समर्पित था। ऐसे व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने का सबसे अच्छा तरीका है उनके कार्यों को आगे बढ़ाना। उन्होंने कहा कि यह शिविर न केवल एक पुण्य अवसर पर श्रद्धांजलि है, बल्कि समाज सेवा और मानवता का उत्कृष्ट उदाहरण भी है। उन्होंने आयोजकों को धन्यवाद देते हुए इस प्रकार के प्रयासों को नियमित रूप से जारी रखने की सलाह दी।
डॉ. एस.जी. इमाम ने बताया कि डॉ. बबुआ ने अपने जीवनकाल में हमेशा मानव सेवा को प्राथमिकता दी। वे कहते थे कि “मरीज का धर्म, जाति नहीं देखा जाना चाहिए, सिर्फ उसका इलाज देखा जाना चाहिए।” आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए यह शिविर लगाया गया, जिसमें हर वर्ग के मरीजों की नि:शुल्क जांच कर दवाएं दी गईं।
स्वास्थ्य शिविर की व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक संचालित करने में डॉ. अनम, डॉ. पुष्पेंद्र, मुहम्मद इंसाफ, पंकज शर्मा, सदी कुन निशा, निशा चौहान, खुशबू यादव, अविनाश, रिया शर्मा, बीना, निर्जला, अजय, सद्दाम, राहिल, इम्तियाज सहित अनेक स्वास्थ्यकर्मियों की सराहनीय भूमिका रही। सभी ने एकजुट होकर मरीजों के पंजीकरण से लेकर जांच, परामर्श और दवा वितरण तक की सभी गतिविधियों को कुशलता से संपन्न किया।
इस मौके पर स्थानीय समाजसेवियों, पत्रकारों और नगरवासियों ने भी डॉ. बबुआ के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। लोगों ने उनके सेवा कार्यों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा समाज के कमजोर वर्ग के लिए कार्य किया, और उनकी प्रेरणा आने वाली पीढ़ियों को भी समाज सेवा के लिए प्रेरित करेगी।
शिविर में रोगों के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु पोस्टर, बैनर व स्वास्थ्य शिक्षा सामग्री का वितरण भी किया गया। महिलाओं व वृद्धों की विशेष रूप से देखभाल की गई, जिससे उन्हें स्वास्थ्य लाभ के साथ मानसिक संतुष्टि भी प्राप्त हुई।
कुल मिलाकर यह आयोजन न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से लाभकारी रहा, बल्कि यह सामाजिक उत्तरदायित्व, सेवा भाव और मानवीय संवेदनाओं का भी प्रतीक बना। लोगों ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में ऐसे और शिविरों का आयोजन होगा जिससे जनसामान्य को स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा। डॉ. बबुआ की पुण्यतिथि पर यह शिविर उनके जीवन दर्शन और सेवा भावना की एक सजीव झलक प्रस्तुत करता है, जो आने वाले वर्षों तक समाज को प्रेरणा देता रहेगा।
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