गौरी ड्रेन की खोदाई शुरू, जलभराव से मिलेगी राहत, धान की खेती होगी आसान

जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के निर्देश पर शुरू हुआ कार्य
ड्रेन की सफाई से खेतों से निकलेगा जमा पानी
पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने उठाई थी समस्या
चंदौली जिले के किसानों के लिए राहत की खबर है। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के निर्देश पर शुक्रवार को गौरी ड्रेन की खोदाई का कार्य शुरू कर दिया गया। इस कार्य से क्षेत्र में जलभराव की समस्या से निजात मिलेगी और धान की खेती करना भी आसान होगा। वर्षों से ड्रेन की सफाई न होने से किसानों की खेती प्रभावित हो रही थी, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था।

इस पहल की पृष्ठभूमि में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव की बुधवार को जिलाधिकारी से हुई मुलाकात अहम रही। उन्होंने जिलाधिकारी से क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर विस्तार से चर्चा की और भारत माला परियोजना से विस्थापित लोगों को मुआवजा और पुनर्वास के लिए भूमि उपलब्ध कराने की मांग की थी। साथ ही, उन्होंने ड्रेनों और नहरों की सफाई कराकर सिंचाई व्यवस्था बेहतर करने पर जोर दिया था।

जिलाधिकारी ने समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके तहत पोकलैंड मशीन से गौरी ड्रेन की खोदाई का कार्य आरंभ हुआ। इस ड्रेन की सफाई से सैकड़ों एकड़ खेतों में जल निकासी संभव हो सकेगी, जिससे किसान अब बिना रुकावट धान की रोपाई कर सकेंगे।
पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने जिला प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा, "यह कार्य किसानों के हित में है। यदि ऐसे ही कार्य समय पर होते रहें तो किसानों को संकट से उबारना संभव होगा।" उन्होंने कहा कि जलभराव के कारण अब तक दर्जनों गांवों के किसान परेशान थे और उनकी धान की फसल बर्बाद हो रही थी।
इस कार्यवाही से क्षेत्र के किसानों में उम्मीद जगी है कि आने वाले दिनों में प्रशासनिक प्रयासों से सिंचाई, जलनिकासी और पुनर्वास जैसी बुनियादी समस्याओं का स्थायी समाधान निकल सकेगा।
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