सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टरों के मुकदमा दर्ज करने की मांग
माटीगांव के निवासी राघवेन्द्र तिवारी की मौत का मामला
इलाज की जगह रेफर की कागजी कार्यवाही में व्यस्त थे डॉक्टर
चंदौली जनपद के माटीगांव के निवासी राघवेन्द्र तिवारी चंदौली से वाराणसी की ओर आ रहे थे तभी अलीनगर थाना क्षेत्र के बिलारीडीह के समीप नेशनल हाईवे पर हुयी सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। पहले उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल में भर्ती के दौरान उनकी स्थिति गंभीर देखकर डॉक्टरों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। जैसे ही उनको वाराणसी ले जाने के लिए बाहर निकाला गया, तभी उनकी मौत हो गयी।
बताया जा रहा है कि हादसे की सूचना के बाद ग्रामीण व परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए थे। इस दौरान परिजनों ने आरोप लगाया कि गंभीर हालत में आए घायल का इलाज नहीं किया गया और बस डॉक्टर कागजी कार्यवाही में ही व्यस्त थे। जिससे घायल की मौत हो गई।
यही नहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि उनके नाक पर भी पट्टी बांधी गई जिससे वह सांस नहीं ले पा रहे थे। बीपी चेक करने के लिए कहा गया तो डॉक्टर कह रहे है कि बीपी मशीन नहीं है। डॉक्टर की लापरवाही को लेकर परिजनों ने सदर कोतवाली में मुकदमा लिखने के लिए तहरीर भी दिया है।
इस संबंध में सीओ रामवीर सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दिया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मृतक के तीमारदारों द्वारा मेडिकल स्टाफ के साथ बदसलूकी के बाद डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दिया है।
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