यास तूफान ने चंदौली में भी दिखाया अपना असर, तेज हवा के साथ जमकर हुई बारिश
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बंगाल की खाड़ी में बने ‘यास’ तूफान का असर जनपद में भी दिखा। मौसम विज्ञान विभाग ने जिले में गरज-चमक के साथ 26 मई से बारिश की संभावना जताई थी जो सही साबित हुई है। जिले में 26 मई, बुधवार की शाम से मौसम बदला और बूंदाबांदी शुरू हो गई। वहीं सुबह से आसमान पर बादल छाए रहे व ठंडी हवा के साथ कभी तेज तो कभी धीमी रफ्तार से बारिश होती रही। ज्येष्ठ माह में बारिश होने से लोगों को परेशानी भी उठानी पड़ी। इसके साथ ही उमसभरी गर्मी से राहत भी मिली।
बुधवार की शाम से शुरू हुई बारिश अभी भी जारी रही। इसके साथ ही तेज हवा भी चलती रही। शाम होते-होते हवा ठंडी होने लगी। कभी तेज तो कभी बौछार के रूप में हो रही बारिश से लोगों ने ज्येष्ठ माह में सावन का एहसास किया। दिन का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस पर बना रहा जबकि शाम को यह 22 डिग्री पर पहुंच गया।
लगातार हुई बारिश के कारण नगर के विभिन्न हिस्सों में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा। वहीं सबसे ज्यादा परेशानी नगर के निचले हिस्से में बसे वार्डों व कालोनियों के लोगों को उठानी पड़ी। इसके अलावा दिन में हुई जोरदार बारिश के कारण जीटी रोड के कई हिस्सों पर भी पानी भरा रहा। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने से रविनगर, कैलाशपुरी, पटेल नगर, नई बस्ती, अलीनगर, न्यू महाल, काली महाल, ईस्टर्न बाजार आदि मोहल्लों में सड़कों पर बारिश के साथ नाली का पानी बहता रहा।
नौगढ़ में पहाड़ी क्षेत्र में बुधवार की रात से शुरू बारिश का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। पूरे दिन रुक -रुककर हुई बरसात से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश के चलते गांव की गलियों से लेकर अन्य बस्तियों में जगह-जगह जलभराव हो गया। वहीं कई घरों में बरसात का पानी घुस गया। वहीं लगातार हो रही बारिश ने सब्जी की खेती करने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
किसानों का कहना है कि यदि इसी प्रकार से बारिश होती रही सब्जी की उपज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। बारिश के चलते उपभोक्ताओं को सुचारु बिजली उपलब्ध नहीं हो सकी।
शिकारगंज में भी बुधवार की शाम से ही क्षेत्र में हो रही बूंदाबांदी से मौसम में परिवर्तन हो गया है। तहसील स्तरीय टीमों को सतर्क रहने के साथ आमजनों को भी जर्जर मकानों झोपड़ियों से सतर्क रहने की अपील की गई है। शुक्रवार को भी तेज वर्षा होने की आशंका जताई गई है। आज सुबह से ही तहसील क्षेत्र में मौसम बदला रहा। हवाओं के साथ सुहाना मौसम बना रहा।
इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी अजय मिश्र ने बताया कि लेखपालों को क्षेत्र में किसी भी प्रकार की घटना होने पर उसे तत्काल संज्ञान में लेने का निर्देश दिया गया है। कहा कि लोगों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
नियामताबाद में क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में आज दोपहर से बारिश शुरू हो गई। कृषि के लिए यह बरसात फायदेमंद रहेगी। किसान अपनी नर्सरी की तैयारी कर सकते हैं। ढैंचा की बुआई कर हरी खाद के लिए फायदेमंद है। वहीं सब्जी के किसानों को अधिक बारिश होने पर नुकसान हो सकता है। अधिक पानी सब्जी की फसल खराब हो सकती है।
इस सम्बन्ध में कृषि मौसम वैज्ञानिक कृष्ण मुरारी पांडेय ने कहा कि अभी मौसम खुलने की संभावना नहीं है। किसान सब्जियों के फसलों में जल निकासी का समुचित उपाय करें। सब्जियों में या खड़ी फसलों में सिंचाई व रसायनों का छिड़काव न करें और गेहूं के बोझ को तिरपाल आदि से ढककर सुरक्षित जगह रख दें। पशुपालक पशुओं को बारिश व तेज हवा से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर बांधें। बारिश के समय बड़े पेड़ों के नीचे शरण लेने से बचें।
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