लोगों के सहयोग से मौत से जूझ रही पवन मिश्रा की पत्नी का हो रहा इलाज, इलाज के लिए उठा लोगों का हाथ

चंदौली समाचार की खबर का असर
पवन मिश्रा की पत्नी के इलाज के लिए लोगों ने बढ़ाया हाथ
कई लोगों ने दिया सहयोग
चंदौली समाचार की खबर का असर 24 घंटे के भीतर दिखायी देने लगा है। लोगों ने दरियादिली दिखाते हुए जीवन और मौत से जूझ रही महिला के इलाज के लिए आर्थिक मदद करनी शुरू तक दी है। लोग अपनी इच्छा से मदद कर रहे हैं, ताकि गरीब परिवार की मदद हो सके और जान बचायी जा सके।

बता दें कि सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र के छतेम निवासी पवन मिश्रा की पत्नी लगभग 45 दिनों से वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में जीवन और मौत के बीच जूझ रही हैं, जिनका इलाज करान के लिए गरीब परिवार के बाद पैसे नहीं हैं। 45 दिन के इलाज के बाद पीड़ित की यह नौबत आ गई कि अब परिवार के पास दवा के लिए पैसे न होने के कारण ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों द्वारा उन्हें बाहर निकालने की बात की जा रही थी। परिजनों ने जब गरीबी के चलते असमर्थता जताई तो डॉक्टर और वहां की मैनेजमेंट टीम ने कहा कि पुलिस बुलाकर बाहर निकाल दिया जाएगा।
इसके बाद जब ये खबर चंदौली समाचार द्वारा जब प्रकाशित व प्रसारित किया गया तो लोगों की दरियादिली देखने को मिली। जिसमें खबर के बाद एक-एक करके इस गरीब परिवार की मदद की मुहिम में लोग जुट गए और एक लेकर 11 तथा 11 से 111 तक आगे कारवां बढ़ता जा रहा है। इस नेक कार्य के लिए कई लोग स्वेच्छा से मदद कर रहे हैं।

इस पर पवन मिश्रा ने जिन लोगों ने उनकी आर्थिक रूप से मदद की और सहयोग दिया उसके लिए सदा आभार व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है। साथ ही कहा है कि उनके परिवार को खुश रखें, यही मेरी दुआ है। जो भी मेरे परिवार की खुशियां लौटने में सहयोग कर रहे हैं, भगवान उनका भला करे। जिस धर्मात्मा ने इस खबर की प्रमुखता को देखते हुए अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं, उसका भला जरूर होगा।
मदद करने वालों के नाम कुछ इस प्रकार हैं- प्रोफेसर दुर्गानंद तिवारी, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा ₹2000, वीरेंद्र तिवारी ओरवा सकलडीहा ₹1000, मोनू पांडेय कैली प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय परशुराम सेवा संघ उत्तर प्रदेश, ₹5000, पीयूष तिवारी निवासी धारूपुर ₹2000, नंद कुमार पांडेय रामरूपपुर द्वारा ₹6000 नगद देकर सहयोग किया गया।
इसके साथ ही साथ अन्य सहयोगियों द्वारा सहयोग किया जा रहा है। समाज में ऐसे सहयोगी लोगों की कोटि-कोटि प्रशंसा हो रही है ।
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