पति जेल में बंद, परिवार वाले रखने को तैयार नहीं..अब क्या करेगी लाडो
ऐसी है लाडो की प्रेम कहानी
जेल में बंद है लाडो के बच्चे का पिता
बच्चे को लेकर दर-दर भटक रही है लाडो
चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के गुरेरा गांव में न्याय के लिए एक महिला अपने नवजात बच्चे को लेकर दर-दर भटक रही है और पिछले 1 माह से ग्राम प्रधान और पुलिस थाने का चक्कर लगा रही है क्योंकि उसका पति जेल में बंद है और परिवार के लोग उसे अपने पास रखने से इंकार कर रहे हैं।
आपको बता दें कि गुरेरा गांव के रहने वाले कयामुद्दीन की पुत्री लाडो को गांव के ही रहने वाले लड़के आशु से प्रेम हो गया था और उन्होंने 2020 में घर से भाग कर शादी कर ली। साथ ही दोनों हैदराबाद में जाकर रहने लगे। इसके बाद लड़की के परिवार वालों ने पुलिस थाने में लड़की को भगाने की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज कराई तो बलुआ पुलिस दोनों को पकड़ कर ले आयी।
इसके बाद बलुआ पुलिस ने आंसू को जेल भेज दिया। इस घटना के कुछ दिन बाद उसने बच्चे को जन्म दिया है। जब वह बच्चे को लेकर युवक आशु के घर गई तो उसके परिवार वालों ने रखने से इंकार कर दिया है। वहीं जब लाडो बलुआ थाने की पुलिस से मदद मांगने गयी को पुलिस ने भी पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। अब लाडो ग्राम प्रधान के साथ साथ पुलिस थाने का चक्कर काट रही हैं। ऐसी स्थिति में लड़की का क्या होगा..यह इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
लोगों का कहना है कि इस पर भी जिला प्रशासन को सोचना चाहिए कि आखिर यह लड़की कहां रहेगी और पुलिस को प्रशासन से मदद लेकर किसी सुरक्षित जगह पर उसे भिजवाने में मदद करनी चाहिए।
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