खाद की दुकानों की जांच में एक का लाइसेंस रद्द, पांच को मिली नोटिस
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चंदौली जिले के अपर कृषि निदेशक के आदेश पर जिला अधिकारी के निर्देश में जनपद के फुटकर व थोक उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों पर छापेमारी की गई। जिसमें अभिलेख एवं उर्वरक के नमूने जांच के लिए संग्रहित किये गए। जिले में स्थापित विभिन्न थोक व फुटकर उर्वरक की दुकानों पर गठित टीम ने छापेमार कार्रवाई की। इस दौरान टीम ने कुल 15 नमूने इकठ्ठा किए। वहीं एक उर्वरक दुकान का प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिया गया। जबकि पांच उर्वरक दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई। इस कार्रवाई से उर्वरक दुकानदारों में खलबली मची रही।
बताते चलें कि अपर सचिव कृषि उत्तर प्रदेश के निर्देश के क्रम में जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल के निर्देशन में जनपद के थोक व फुटकर उर्वरक प्रतिष्ठानों पर आकस्मिक छापेमारी की गयी और उनके अभिलेखों एवं उर्वरक आदि के नमूनों को संग्रहित किया गया। जिसकी जांच के लिए एक टीम गठित कर दी गई । टीम में कृषि विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारी भी नामित किए गए हैं।
नामित टीम द्वारा उर्वरक के कुल 15 नमूने लिए गए, जिसमें मौर्य इंटरप्राइजेज ऐलही द्वारा उर्वरक प्रतिष्ठान जांच के समय अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया। उस फर्म के पक्ष में निर्गत उर्वरक प्राधिकार पत्र को निलंबित कर दिया गया तथा पांच उर्वरक प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस निर्गत किया गया।
जिला कृषि अधिकारी द्वारा प्रतिष्ठानों को निर्देशित किया गया की गुणवत्ता युक्त निर्धारित दर पर मशीन के माध्यम से ही किसानों में उर्वरक वितरित किया जाए। यदि कृषि अधिकारी के संज्ञान में अधिक बिक्री की शिकायत प्राप्त होती है तो उस प्रतिष्ठान के विरुद्ध अधिनियम की सुगमता धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी।
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