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लोक अदालत का हुआ आयोजन, सैकड़ों मामले हो गए निस्तारित

2003 के अन्तर्गत लम्बित शमनीय दाण्डिक वादों के निस्तारण हेतु विशेष लोक अदालत एवं लघु आपराधिक वादो से संबंधित विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया। 
 

 विद्युत अधिनियम 2003 के अन्तर्गत लम्बित शमनीय 21 दाण्डिक वादों का किया गया निस्तारण

1831 लघु वादों का भी हुआ निस्तारण

विद्युत संबंधित विशेष लोक अदालत एवं लघु आपराधिक वादों को हल करने में मिली सफलता

चंदौली जिले में आज माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार विद्युत अधिनियम, 2003 के अन्तर्गत लम्बित शमनीय दाण्डिक वादों के निस्तारण हेतु विशेष लोक अदालत एवं लघु आपराधिक वादो से संबंधित विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर अपर जनपद न्यायाधीश,  एफ०टी०सी प्रथम  परितोष श्रेष्ठ, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चन्दौली, इशरत परवीन फारूकी, सिविल जज (सीनियर डिविजन) अरूण कुमार गुप्ता, न्यायिक मजिस्ट्रेट चन्दौली सुश्री माधुरी यादव, सिविल जज (जू.डि.), चकिया कुंवर जितेन्द्र प्रताप सिंह, तथा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) एफ.टी.सी. प्रथम, सुश्री नूतन, सिविल जज (जूनियर डिवीजन) एफ.टी.सी. द्वितीय, सुश्री शिवानी एवं अपर सिविल जज (जूनियर डिवीजन) द्वितीय, सुश्री ईशा राय, द्वारा अपने-अपने न्यायालयों में उपस्थित होकर फिजिकल मोड में विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया। 

वहीं इस मौके पर न्यायालयों द्वारा कई वादों का निस्तारण किया गया है। जो कि इस प्रकार है...

1. अपर जनपद न्यायाधीश / एफटीसी प्रथम श्री परितोष श्रेष्ठ, द्वारा कुल 21 वादों का   विद्युत अधिनियम 2003 के अन्तर्गत प्रि-लिटिगेशन स्तर पर शमनीय दाण्डिक मामलों का निस्तारण किया गया।

2. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चन्दौली, श्रीमती इशरत परवीन फारूकी, द्वारा कुल 970 लघु वादों का निस्तारण किया गया।

3. सिविल जज (सीनियर डिविजन) श्री अरूण कुमार गुप्ता, द्वारा कुल 75 लघु वादों का निस्तारण किया गया।

4. न्यायिक मजिस्ट्रेट चन्दौली सुश्री माधुरी यादव द्वारा कुल 596 लघु वादों का निस्तारण किया गया।

5. सिविल जज (जू.डि.), चकिया श्री कुंवर जितेन्द्र प्रताप सिंह, द्वारा कुल 30 लघु वादों का निस्तारण किया गया।

6. सिविल जज (जूनियर डिवीजन) एफ.टी.सी. प्रथम सुश्री नूतन, द्वारा कुल 130 लघु वादों का निस्तारण किया गया।

7. सिविल जज (जूनियर डिवीजन) एफ.टी.सी. द्वितीय, सुश्री शिवानी, द्वारा कुल 30 लघु वादों का निस्तारण किया गया।

इस तरह से देखा जाए तो जनपद न्यायालयों द्वारा विशेष लोक अदालत में कुल 21 वादों का विद्युत अधिनियम 2003 के अन्तर्गत प्रि-लिटिगेशन स्तर पर शमनीय दाण्डिक मामलों तथा लघु वादों में कुल 1831 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।

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